राजनीति

क्षेत्र की आवाज उठाए ऐसा सांसद चाहिये बैठ जाओ उठ जाओ वाला नहीं: गुंजल

संजय कुमार

कोटा, 21 अप्रैल। कोटा बूंदी लोकसभा क्षेत्र से कांग्रेस के उम्मीदवार प्रहलाद गुंजल ने रविवार को रामगंजमंडी विधानसभा के मानपुरा, कमलपुरा, पीपल्दा, ईश्वरपुरा, भोलू, हमाऊ, मोड़क गांव, मोडक स्टेशन, असकली, सहरावदा में बैठकें व रामगंजमंडी में रोड शो कर जनसंपर्क किया।

गुंजल ने कहा आपने बिरला जी को दो बार वोट देकर सांसद बनाया दस साल से मेरी हाडोती, मेरा कोटा अपना भरोसा, अपने सपनों के ताने बाने बिरला जी को सौंप रहा है। और दूसरी बार तो जब आपने बिरला जी को आशीर्वाद दिया तो आपका आशीर्वाद इतना जोर से फला की लोकसभा अध्यक्ष की कुर्सी पर बैठ गए। गुंजल ने कहा कि 10 साल सांसद रहते बिरला जी दरा में दो मोखे नहीं बना पाये यहां लगने वाले जाम से लोगों को मुक्ति नहीं दिला पाये। ये ही नहीं ताखली बांध जो मैं मंजूर करा कर गया था 31 दिसंबर 2010 तक नहरे बननी थी वो हमारे सांसद दस सालों में भी ताकतवर रहते हुए पूरा नहीं कर पाये तो केशोरायपाटन की जनता से किस आधार पर तीसरी बार आशीर्वाद मांग रहे हैं। 10 साल में कोटा बूंदी के लिए उनके पास एक उपलब्धि बताने को नहीं है। अब जब तीसरी बार में जनता ने उनसे 10 सालों के कामों का हिसाब मांगना शुरू किया तो बिरला जी घबराकर अमित शाह जी को लेकर आ गए। अमित शाह जी ने कहा कि आपका वोट सीधा मोदी जी को जाएगा। गुंजल ने कहा अमित शाह जी यह केवल मोदी जी का चुनाव नहीं, भारत की संसद जो देश की सबसे बड़ी पंचायत है उसमें कोटा बूंदी का पंच कौन बनेगा, कोटा बूंदी के हक अधिकार की बात आएगी, शुगर मिल के मामले में किसानों की आवाज को पार्लियामेंट में ताकत देने की बात आएगी, एमएसपी के मामले पर मजबूत कानूनो पर कई प्रकार की दृढ़ समस्याओं पर यदि भारत की संसद में आम अवाम की ताकत को मजबूती देने की बात आएगी तो आपका पांच देगा या मोदी देगा क्या गुमराह करना चाह रहे हो। हमे हमारा सांसद चाहिये, हमारा पंच चाहिये, भारत की संसद में हमारी आवाज बुलंद चाहिये, हमारा पक्ष मजबूती से चाहिये, कोटा बूंदी की ताकत मजबूत चाहिये, बैठ जाईये उठ जाईये नही। बिरला जी अब आप मोदी का मुखौटा लगाकर लोगों के विश्वास पर डकैती डालने का प्रयास मत करो। दो बार से आप यही कर रहे हो। बिरला जी लाओ 10 साल का हिसाब लाओ , आपके हिसाब का कागज कोरा है। और आप इन कोरे कागजों को कोरा रहने दो जनता अब आपको आशीर्वाद देने वाली नहीं है। मैं कोटा बूंदी की जनता से कहना चाहता हूं प्रहलाद गुंजल पहली बार पार्लियामेंट का चुनाव लड़ने आपके बीच में आया है पहली बार में पार्टी की रीति नीति व व्यक्ति के चाल, चरित्र, चेहरे पर भरोसे से बात बन जाती है आप मुझे भरोसा दें संसद में पहुंचाएं लेकिन जब मैं दोबारा आपसे आशीर्वाद मांगने आऊ तो आपको मेरे कर्मों की किताब जरूर जाँचनी चाहिए।

गुंजल ने कहा कि मैं चुनौती देता हूं। मैं भी 10 साल एमएलए रहा हूं मेरा 10 सालों का मेरी विधानसभा का काम जनता जानती है। मेरा जीवन सार्वजनिक खुली किताब की तरह रहा है आप भी अपने 10 सालों का हिसाब लेकर आईये और अपने 10 सालों के कामों के आधार पर चुनाव लडिये। गुंजल का रामगंजमंडी विधानसभा क्षेत्र के सभी गांव में जोरदार स्वागत हुआ लोगों ने गुंजल को आशीर्वाद देने का विश्वास दिलाया। जनसंपर्क के दौरान महेन्द्र राजोरिया, अब्दुल सलाम, अजीत पारेख सहित कई सरपंच, पंच व ब्लॉक कांग्रेस के पधाधिकारी उपस्थित रहें।

 

मुट्ठीबंधवाकर कर नारे लगाने से नैतिकता नहीं जागती

गुंजल ने कहा कोटा बूंदी की जनता ने जब बिरला जी के 10 सालों के कर्मों की किताब जांचना शुरू किया तो खाली किताब से डरे बिरला जी कल अमित शाह को कोटा ले आये। मैंने अमित शाह जी से दो सवाल पूछे थे पर उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया, मैंने कहा अमित शाह जी मुट्ठी बंधवाकर जय कारे लगवाने से, नारे लगवाने से नैतिकता नहीं जागती, मरी हुई आत्मा नहीं जागती आपके पास नैतिकता है ईमानदारी है तो आप कोटा की सभा में प्रहलाद गुंजल के दो सवालों का जरूर जवाब देकर जाते की कोटा बूंदी के संसद के दाऊद के पार्टनर जयंत जोशी से क्या संबंध है। दूसरा सवाल कोटा की दो अफॉर्डेबल हाउसिंग सोसाइटी में दो कंपनियां रजिस्टर्ड है जिनकी कोई सामाजिक पहचान नहीं, जिनका कोई आर्थिक ढांचा नहीं पर उनके पास चार-चार सौ करोड़ के बजरी के ठेके उनके नाम हो जाते हैं इन सब के पीछे कौन है। यदि इन सवालों का जवाब देकर जाते तो मेरा कोटा कहता अमित शाह ने नैतिकता दिखाई है।

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