धर्म

भगवान महावीर स्वामी का जन्म कल्याणक महोत्सव : सकल दिगम्बर जैन समाज ने श्रद्धा, उपासना और भक्ति का दिया परिचय

संजय कुमार

कोटा, 21 अप्रैल। सकल दिगम्बर जैन समाज कोटा महानगर द्वारा देवाधिदेव जैन धर्म के 24वें तीर्थंकर भगवान महावीर का जन्म कल्याणक महोत्सव रविवार को हर्षोल्लास से मनाया गया। सर्वप्रथम शहर से अधिकांश इलाक़ों में स्थित जैन मंदिरों से प्रातः साढ़े 5 बजे से प्रभात फेरी निकाली गई।
प्रचार सचिव मनोज जैन आदिनाथ ने बताया कि प्रात: 7.30 बजे से शोभायात्रा का आयोजन तलवंडी जैन मंदिर से दशहरा मैदान तक किया गया। दशहरा मैदान में भगवान महावीर का अभिषेक, अर्घ्य समर्पित,सम्मान समारोह,रक्तदान,दिव्यांग शिविर व चिकित्सा शिविर,पक्षियों के लिए परिण्डे वितरण आदि का आयोजन किया गया। अध्यक्ष विमल जैन नांता ने बताया कि चर्या शिरोमणि आचार्य श्री 108 विशुद्ध सागर जी महाराज के शिष्य परम पूज्य श्री 108 आदित्य सागर जी महाराज ससंघ व गणिनी आर्यिका स्वस्ति भूषण माताजी ससंघ के प्रवचन हुए।कार्याध्यक्ष जे के जैन ने बताया कि विशिष्ट सेवाकार्यो करने वाले समाज एवं अन्य समाज के 06 लोगो को प्रशस्ति पत्र माला व शाल देकर सम्मानित किया। महामंत्री विनोद जैन टोरडी व वरिष्ठ उपाध्यक्ष विकास जैन अजमेरा ने बताया कि कार्यक्रम में मुख्य अतिथि लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला रहे। कार्यक्रम का संचालन अमित सोगानी एवं पी के हरसोरा ने किया। इस अवसर पर आदित्य सागर महाराज द्वारा रचित आध्यात्मिक 4 साहित्य पुस्तकों का विमोचन किया गया। पुस्तक आध्यात्मिक नीति प्रबंधन की 1500 प्रतियां पुष्पा—जे के जैन के सहयोग से प्रकाशित की गई।
कार्यक्रम में रेडक्रॉस सोसायटी के स्टेट चैयरमेन राजेश कृष्ण बिरला,विधायक संदीप शर्मा,भाजपा शहर जिला अध्यक्ष राकेश जैन मडिया,पूर्व कृषि मंत्री प्रभुलाल सैनी,रेडक्रॉस सोसाइटी के स्टेट सेक्रेटरी जगदीश जिंदल, नेता प्रतिपक्ष विवेक राजवंशी, सकल दिगम्बर जैन समाज समिति के अध्यक्ष विमल चंद जैन नान्ता, कार्याध्यक्ष जेके जैन, कार्याध्यक्ष प्रकाश बज, महामंत्री विनोद जैन टोरडी,प्रचार सचिव मनोज जैन आदिनाथ,राजमल पाटौदी,विकास अजमेरा,अशोक पहाड़िया,प्रकाश सामरिया, राजकुमार लुहाड़िया, कपिल जैन, नरेश जैन वैद,अशोक पाटनी,मनोज टोंग्या,विजय दुगेरिया, रितेश जैन सेठी, जिनेन्द्र पापडीवाल,गुलाबचंद चुनेवाला,मनीष जैन,अंकित जैन,पारस जैन,योगेश सिंघम,मनोज टोंग्या आदि जैन समाज के प्रबुद्ध लोग दशहरा मैदान में उपस्थित रहे।

जैन समाज के सिद्धांतों को आगे बढाए समाज
मुख्य अतिथि लोकसभा अध्यक्ष ने अपने उद्बोधन में जैन समाज को भगवान महावीर के सिद्धांत जन जन तक पहुंचाने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि भगवान महावीर के संदेशों को जन-जन तक पहुंचाने की आवश्यकता है। उनके द्वारा दिये गये अहिंसा के संदेश को अपना कर सम्पूर्ण विश्व में परिवर्तन लाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार शरीर को आहार की जरूरत होती है उसी प्रकार धर्म को भी संस्कारों की जरूरत होती है। भगवान महावीर द्वारा दुनिया को अहिंसा का मूल मंत्र दिया था उसे आज मन, कर्म और वचन के माध्यम से जीवन में आत्मसात करने की आवश्यकता है।

भगवान के पुण्य नहीं पुरुषार्थ देखे
108 आदित्य सागर जी महाराज ससंघ ने अपने उद्बोधन में कहा कि आज हजारो वर्ष बाद भी भगवान महावीर के जयकारे लग रहे है देश दुनिया उनका जन्म कल्याणक मना रही है परन्तु हमें उनके पुण्य और ख्याति नहीं उनका पुरुषार्थ देखना है कि वह नर से नरसिम्हा कैसे बने। जो दूसरों के हितों के लिए जीवन जीते हो, वहीं श्रेष्ठ जीवन है। सभी के आग्रह पर आचार्य ने चातुर्मास कोटा में करने पर सहमति प्रदान यह कहते हुए दी कई कोटा की परिधि के 50—60 किमी के साधु संतों का चातुर्मास भी कोटा करवाया जाए। इस अवसर उन्होंने बडी—बडी बोली लगाकर धर्मसभा में जुडने को अच्छा बताते हुए कहा कि यह अच्छा है परन्तु निर्धन बच्चो के पढाई और बीमार को इलाज की व्यवस्था करना इससे भी श्रेष्ठ है।

जन्म बनते है जन्मकल्याणक
गणिनी आर्यिका स्वस्ति भूषण माताजी ससंघ ने अपने उद्बोधन में कहा कि जो दूसरो के लिए जीते है और दूसरों के लिए हितों व सिखों के लिए अपने जीवन को लगा देते है उनके जन्म दिन ही जन्म कल्याणक बनते है। उन्होंने कहा कि अपने गुणों और व्यवहार से महावीर इतने उचे उठे की वह मनुष्य जन्म में भगवान बने है। उन्होने कोटा वासियों को भुगकामनाएं देते हुए कहा कि कोटा में एकजुटता का परिचय महावीर जयंती पर दिया जाता है जिसके ख्याति दूर तक है हमें कोटा की महावीर जयंती को पूरे देश में मिसाल बनाना है। इस अवसर पर माताजी अन्न को थाली में न छोडने का वचन दिलाया।

प्री वेडिंग फोटोशूट का बहिष्कार
सकल दिगम्बर जैन समाज के अध्यक्ष विमल जैन नांता ने अपने उद्बोधन में समाज को निर्देशित किया की आज समाज में शादी के लिए बनने वाली वीडियो शूटिंग से समाज में नासूर का काम कर रही है।अनावश्यक व्यय को बढा रही है। समाज इसका विरोध और बहिष्कार करता है। उन्होने इस अवसर पर कहा कि अहिंसा व सत्य के मार्ग पर चलकर हर कठिनाई व बाधा को दूर किया जा सकता है।

अभिषेक में जुटा जैन समाज,सम्मान समारोह
सकल दिगम्बर जैन समाज के अध्यक्ष विमल जैन नांता ने बताया कि देवाधिदेव जैन धर्म के 24वें तीर्थंकर भगवान महावीर का जन्म कल्याणक महोत्‍सव पर शोभायात्रा से दशहरा मैदान पहुंचने पर भगवान महावीर का 8 द्रव्य समर्पित किए। मंगलाचरण के पश्चात स्थापना,जल,चंदन,अक्षत,पुष्प,नैवेध,दीप,धूप,अर्घ, गर्भ कल्याण ,तप कल्याण,ज्ञान कल्याण,मोक्ष कल्याण व जयमाला,आ.विराग सागर का अर्घ्य अर्पित किया गया।कार्याध्यक्ष जे के जैन ने बताया कि इस अवसर मुख्य अतिथि ओमबिरला ने भागचंद टोंग्या,मनोज जैसवाल,संजय कुमार जैन निर्माण,अनिल ठोरा,अंजलि जैन व मेडिकल कॉलेज की प्रिंसिपल डा.संगीता सक्सेना को प्रशस्ति पत्र,माला व साफा पहनाकर सम्मानित किया।

विभिन्न समितियों एवं सोशल ग्रुप भी जुटे
दशहरा मैदान में भगवान महावीर भगवान की जयंती में विभिन्न व्यवस्थाओं में जैन समाज की विभिन्न समितियां एवं जैन सोशल ग्रुप के माध्यम सेवा कार्य किया गया। उन्होंने जल,भोजन,आइसक्रीम सहित रक्तदान से चिकित्सा शिविर का आयोजन किया। दिगम्बर जैन सोशल ग्रुप अनुभव एवं महावीर विकलांग सहायता समिति के सामूहिक प्रयास से दिव्यांग शिविर का आयोजन किया गया।अध्यक्ष धर्मचंद काला एवं मंत्री राजेन्द्र कुमार बज ने बताया कि शिविर में 85 रोगी लाभांवित हुए। शिविर संयोजक पी सी गोधा,एस के दोषी,राजमल पाटोदी शिविर में जयपुर फुट,कृत्रिम हाथ,कैलिपर्स,ट्राई साइकिल,स्प्लिंट,बैसाखी,वाकर एवं व्हीलचेयर आदि दी गई।
दिगम्बर जैन सोशल ग्रुप मेन द्वारा आयोजित चिकित्सा शिविर में 200 दंत रोगियों,485 लोगो की डाईटिशियन व न्यूट्रिशन जांच,1100 से अधिक लोगो एक्यूप्रेशर की जांच डा.एन के गुप्ता,डा.डीसी मेहरा व मनीष जैन के सहयोग से सम्पन्न हुई।
दिगंबर जैन सोशल ग्रुप कोटा मेन द्वारा रक्तदान शिविर व चिकित्सा शिविर का आयोजन किया गया। अध्यक्ष अध्यक्ष उत्सव बड़जात्या व सचिव कुलदीप जैन ने बताया की शिविर में 285 यूनिट रक्त एकत्रित किया गया। मेडिकल केम्प ने शुगर की 220,बीपी के 280 मरीजों को जांचा व 87 लोगों की ईसीजी 254 लोगो को परामर्श दिया गया।
शिविर में अकलंक शोध संस्थान द्वारा पाण्डुलिपि संग्रहण व संवर्धन की प्रदर्शनी भी लगाई गई। प्राकृत जैन विद्या पाठशाला द्वारा प्राकृत शिक्षा के प्रचार का हेतु निशुल्क पुस्तक वितरण शिविर का आयोजन किया गया। अंजली जैन ने बताया कि प्राथमिक कक्षा कि पुस्तके व जैन ग्रंथ भी शामिल थे। शिविर में इस अवसर पर श्री जीव दया रक्षा फाउंडेशन द्वारा भी शिविर का आयोजन किया गया।

शोभायात्रा में उमड़ा श्रद्धा का ज्वार
शोभायात्रा के संयोजक रितेश सेठी व प्रकाश बज ने बताया कि शोभायात्रा प्रात 7.30 बजे श्री महावीर दिगंबर जैन मंदिर तलवंडी से से प्रारंभ होकर परशुराम सर्किल ,सुवी नेत्र चिकित्सालय होती हुई जवाहर नगर के मार्ग पर प्रशस्त हुई। जिसमे जैन ध्वज लिए समाज लोग शामिल रहे।
शोभायात्रा जवाहर नगर से दानबाडी होती होती हुई,सीएडी सर्किल पहुंची और दशहरा मैदान में प्रवेश कर सभा में बदल गई। राजकुमार लुहाड़िया ने बताया कि शोभायात्रा में श्री जी की प्रतिमा को मंत्रोच्चारण के साथ सुसज्जित कर रथ में गमन करवाया।जिनके पीछे जैन समाज के लोग महावीर के जयकारों के साथ आगे बड़े। शोभायात्रा में सौधर्म इंद्र,ईशान इंद्र, कुबेर,सारथी व चवर डुलाने वालें रथ में सवार होकर चलें। महिला केसरिया रंग की साड़ी व पुरुष सफेद कुर्ते पजामे में शामिल होंगे। इसके साथ समाज बंधु महिला-पुरुष धर्म ध्वजा लेकर शोभा मार्ग में दिखे।

इस प्रकार रहा शोभायात्रा का स्वरूप
अशोक पहाड़िया व प्रकाश बज ने बताया कि शोभायात्रा में 5 श्वेत अश्व उन पर धर्म पताका लिए समाजबंधु। पीछे चलती उंटगाडियां और और बग्ग्यिां में सवार इंद्र—इंद्राणी जिनके साथ नाचता व गाता अपार जनसमूह।देवाधिदेव 1008 भगवान महावीर स्वामी को रथ में विराजित कर समाज बंधुओं के द्वारा खींचा गया। शोभायात्रा में रथ पर जिनवाणी एवं कई झांकियां भी थी। मार्ग में 108 जगहों पर तोरण द्वार व रंगोली सजाई गई। शोभायात्रा मार्ग को दुल्हन की तरह सजाया गया था। रात में समूचा मार्ग रंग बिरंगी लाइटों की रोशनी से सराबोर कर दिया गया था। जगह जगह रंगोली एवं मार्ग के दोनो और श्वेत व लाल रेखाएं बनाकर स्वागत किया गया। शोभायात्रा का मार्ग में फूल मालाओ से स्वागत किया गया। शोभायात्रा के संयोजक रितेश सेठी ने बताया कि शोभायात्रा में श्री का रथ, ध्वज के साथ 5 घोड़े, पांच ऊंटगाड़ी, आठ झांकियां, 24 बग्गियां चल रही थी। साथ दो महिला बैंड ने शोभा मार्ग में श्रद्धा से जुड़े जैन समाज का उत्साह दुगना कर दिया। जिनमें महिला बैंड रामपुरा व जैन महिला बैंड महावीर नगर द्वितीय, गुरू सेवा संघ कुन्हाड़ी रिद्धि-सिद्धि का बैंड,पंजाबी बैंड सहित 4 बैंड शोभायात्रा मार्ग में चले। बग्गियों में इन्द्र-इन्द्राणी, नृत्य करते युवक-युवतियों की टोली, पाठशाला के बच्चे, चार डी जे मधुर भजनों की स्वर लहरियां बिखेरते दिखे। इसके साथ समाज बंधु महिला-पुरुष धर्म ध्वजा लेकर चल रहे थे। इस दौरान समाज बंधु हाथों में अहिंसा पर नारे लिखित तख्तियां व अहिंसा परमो धर्म के नारे लगाते शोभा मार्ग को गुंजायमान कर दिया। पुरुष श्वेत व महिलाएं पीली व गुलाबी रंग की परंपरागत वेशभूषा में शोभायात्रा में दिखे। प्रभात फेरी का स्वागत जगह—जगह किया गया। शोभायात्रा सुबह 10 बजे दशहरा मैदान पहुंची। जहां भगवान महावीर के अभिषेक, संगीतमय आरती व पूजन किया गया।

स्वागत में खाने-पीने पर पाबंदी, स्वच्छता व अहिंसा का संदेश
प्रसार मंत्री राजकुमार लुहाड़िया ने बताया कि इस बार शोभायात्रा मार्ग में खानपान पर रोक लगाई गई थी।उन्होंने बताया कि शोभायात्रा के मार्ग में जगह-जगह पर स्वागत के लिए खाने-पीने की चीजें मीठे रेपर, शेक, शरबत, आइसक्रीम, मिठाई आदि वितरित करने से गंदगी के साथ उनमें सूक्ष्म जीव चीटियां, मक्खियां आदि चिपक जाते हैं, उनके ऊपर से लोग गुजरते हैं और दूसरे दिन प्रातःकाल में उसे कचरे के ढेर में जला दिया जाता है, जिससे जीव हिंसा का घोर दोष लगता है। शोभायात्रा में केवल शीतल जल का ही उपयोग किया गया।साथ ही प्लास्टिक डिस्पोजल पर पूर्ण पाबंदी रही। उन्होंने बताया कि मार्ग में जगह-जगह पर होने वाले स्वागत सत्कार में किसी भी प्रकार का प्लास्टिक डिस्पोजल का उपयोग नहीं किया गया। साथ ही कागज के गिलास और कप आदि उपयोग के बाद पीछे से सफाई के लिए एक टीपर लगाया गया। जो हाथों हाथ कचरा उठाते हुए साथ चल रही थी। इसके साथ ही पीने के पानी के लिए पांच पानी की गाड़ियां व एक मिनी बस भी साथ रही।
पक्षियों के लिए निःशुल्क हज़ारों परिण्डे वितरित
जीवदया केंद्र की किरण जैन के अनुसार कार्यक्रम स्थल पर बने स्टॉल से लगभग 1200 मिट्टी की परिण्डे एवं लगभग 100 से अधिक पौधे निःशुल्क वितरित किए गये।रक्षा फाउंडेशन के आशीष जैन के अनुसार संस्था की ओर से भी डेढ़ हज़ार से अधिक परिण्डे वितरित किए गए।

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