लोकल न्यूज़

कोटा में पेयजल की समस्या समाधान के लिये विधायक ने अधिकारियों को शीघ्र प्रस्ताव बनाने के निर्देश दिए

संजय कुमार चौबीसा

कोटा, 10 जनवरी।  विधायक संदीप शर्मा ने कोटा शहर में पानी की समस्या को लेकर नगर विकास न्यास व जल अभियांत्रिकी विभाग के अधिकारीयों की सुभाष नगर कार्यालय पर बैठक ली तथा पेयजल के शीघ्र नये प्रस्ताव बनाने के निर्देश दिये। विधायक ने बताया कि कि पिछले कुछ वर्षों मे कोटा शहर पेयजल की गंभीर समस्या के संकट से जूझ रहा है। चंबल के किनारे बसें होने के बाद भी कोटा शहर की कई कॉलोनियों मे रहने वाले लोगों के लिये पेयजल की समस्या बनी हुई है। कोटा शहर के कुछ क्षेत्र किषोरपुरा, बजरंग बस्ती, गुमानपुरा, वल्लभ बाडी, बंजारा बस्ती, कैथुनीपोल, सिंधी कालोनी, शॉपिंग सेन्टर, दादाबाड़ी, हनुमान बस्ती, सम्पूर्ण महावीर नगर क्षेत्र, संतोषी नगर, बसंत विहार, जवाहर नगर, विज्ञान नगर संजय गांधी नगर, तलवंडी, केषवपुरा, सुभाष नगर, दीनदयाल नगर, आर.के. पुरम, श्रीनाथपुरम, शिवपुर, गोबरिया बावड़ी आदि क्षेत्रों में पानी का कम प्रेशर व समय से पानी नही आने की समस्या से लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड रहा है। कोटा में बहार से आये 2 लाख कोचिंग विद्यार्थियों को भी टैंकरों से पानी उपलब्ध करना पड़ता है जो उनकी बीमारियों का सबब बनता है। कृषि भूमि पर बसी कॉलोनियों और बहुमंजिला इमारतों के वासी भी पानी के लिये तरस रही है और फ्लोराईडयुक्त पानी पी रहे है। गर्मी और बरसात में तो पेयजल का भीषण संकट खडा हो जाता है। जिसका मुख्य कारण कोटा में 40 वर्षाे से डिस्ट्रीब्यूटरी की छीजत पाइप लाइन नहीं बदली गई, जिससे हजारों लीटर पानी व्यर्थ बह जाता है और कोटा में पानी की किल्लत बढ जाती है।
विधायक ने अधिकारीयों को निर्देश देते हुए कहा कि कोटा में 250 एम.एल.डी अकेलगढ और 50 एम.एल.डी. श्रीनाथपुरम फिल्टर प्लांट से स्वच्छ जल उपलब्ध होने के बाद भी पूरे समय विभाग द्वारा सप्लाई नहीं दे पा रहा जबकि सकतपुरा में भी 100 एम.एल.डी. जल फिल्टर प्लांट से उपलब्ध हो रहा है जो कोटा की जनता को जल 24 घंटे उपलब्ध कराने के लिये पर्याप्त मात्रा है। विभाग इसे कमी को खोज कर निकाले । उन्होंने कहा कि मेरी मंशा है कि कोटा शहर की जनता को 24 घंटे पर्याप्त जल उपलब्ध कराये और ऐसा तकमीना अमृत जल योजना में विभाग तैयार करें। 400 करोड़ रुपये उपयोग इस प्रकार किया जाये कि जहां उत्पादन की आवश्यकता हो वहां उत्पादन और जहां डिस्ट्रीब्यूट्री की आवश्यकता हो वहां डिस्ट्रीब्यूटरी पर पैसा खर्च किया जाये। कोटा में अमृत जल योजना में 400 करोड़ के प्रस्तावों को शीघ्र बनायें। इसके अर्न्तगत फिल्टर प्लांट, उच्च जलाष्य,, पुरानी छीजत पाईप लाईनें बदली जाए जिसमें एक बूंद पानी भी व्यर्थ न हो तथा कोटा वासियों को आगे आने वाले कई वर्षों तक पानी की समस्या के लिये परेशानी का सामना नहीं करना पडें।
इस अवसर पर नगर विकास न्यास के अति मुख्य अभियंता रविन्द्र माथुर, अधीक्षण अभियंता नवीन सिंघल, जलदाय विभाग के अधिशासी अभियंता भारत भूषण मिगलानी, नगर विकास न्यास के प्रकाशवीर नाथ जी व दोनो विभाग के सहायक अभियंता व कनिष्ठ अभियंता उपस्थित थें।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button