शहर का कैसा कैटल फ्री विकास, दो आवारा मवेशियों की लड़ाई में एक परिवार का चिराग बुझा
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संजय कुमार चौबीसा
कोटा, 4 दिसंबर। कोटा में विकास के नाम पर शहर को कैटल फ्री योजना का दवा सरकार द्वारा किया गया था। कैटल फ्री शहर के लिए सरकार देवनारायण योजना लेकर आई थी। सभी पशुपालकों को देवनारायण योजना में जगह दी गई, जिससे रोड पर आवारा पशु नहीं दिखे। यूआईटी और नगर निगम को इसके लिए पाबंदी भी किया गया था की शहर को पूर्ण रूप से कैटल फ्री रखा जाए पर दोनों विभाग इस कार्य के लिए सुस्त नजर आते हैं।
कैटल फ्री कोटा का विकास शुक्रवार रात को उद्योग नगर थाना क्षेत्र के डीसीएम नहर पर देखने को मिला। दो आवारा पशुओं की लड़ाई में जान बचाते हुए पिता व युवक नहर में गिर गए जिसमें पुत्र मनोज महावर उम्र 32 वर्ष की मौत हो गई और पिता को बचा लिया गया।
बाइट – हेमराज, मृतक का पिता
मृतक मनोज महावर के पिता हेमराज ने बताया कि शुक्रवार रात 8 बजे मैं व मेरा बेटा मनोज दोनो नहर किनारे जा रहे थे। डीसीएम नहर पर अचानक दो आवारा मवेशी लड़ते हुए आये,जिनसे बचने के लिए मेरा बेटा मनोज पिछे हटा और पैर फिसलने से नहर में गिर गया, जिसको बचाने कि काफी कोशिस की मगर नहीं बचा पाये। सूचना पर वहाँ पुलिस व गोताखोर की टिम आई जिन्होंने नहर में से मनोज को निकला और हॉस्पीटल लेकर गये,जहाँ डॉकटर ने मृत घोषित कर दिया।
पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराकर परिजनों को सौंप दिया।