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ऐसा विधानसभा भवन जहां 200 विधायक कभी एक साथ नहीं बैठ पाए, जानिए इस भवन का रहस्य?

Sanjay Chobisa, 16 Nov 2023

राजस्थान में विधानसभा चुनाव मैं मतदान की तारीख 25 नवंबर और मतगणना की तारीख 3 दिसंबर पास आती जा रही है। राजस्थान में 200 विधानसभाओं पर पर चुनाव होने हैं लेकिन विधानसभा चुनाव से पहले राजस्थान विधानसभा का मौजूदा अभिशाप भवन फिर चर्चाओं में है। वजह है श्रीकरणपुर सीट से विधायक व इस बार के उम्‍मीदवार गुरमीत सिंह कुन्‍नर का निधन। गुरमीत सिंह कुन्‍नर के आकस्मिक निधन की वजह श्रीगंगानगर जिले की करणपुर सीट पर चुनाव स्थिगत कर दिए गए हैं। ऐसे में 25 नवंबर को राजस्‍थान विधानसभा की 200 में से 199 सीटों पर ही चुनाव होंगे। करणपुर सीट पर बाद में उपचुनाव करवाए जाएंगे। कुन्‍नर निधन की वजह से इस बार भी सभी 200 विधायक एक साथ राजस्‍थान विधानसभा में नहीं पहुंचेंगे।

राजस्‍थान विधानसभा में कभी एक साथ सभी 200 विधायक नहीं बैठने को लेकर तरह-तरह की बातें हैं। कोई इसे अभिशाप भवन बताता है तो नागौर से भाजपा विधायक रहे ने कहा था कि यह विधानसभा शमशान की जमीन पर बनी हुई है इसलिए 200  विधायक कभी एक साथ इस भवन में नहीं बैठे और जब भारतीय संस्कृति में ही ऐसी मान्यता है तो विधानसभा के मामले में इसे क्यों नहीं माना जा सकता।

यह संयोग ही है कि राजस्‍थान विभानसभा में किसी ना किसी कारण सभी 200 विधायक एक साथ नहीं बैठ पाए। यह मिथ जब से राजस्‍थान विधानसभा पुराने भवन से नए भवन शिफ्ट हुई तब से बरकरार है। पिछले दो चुनावों में तो मतदान से पहले प्रत्‍याशी की मौत हो गई। इस बार गुरमीत सिंह कुन्‍नर व पिछली बार रामगढ़ से बीएसपी प्रत्याशी लक्ष्मण चौधरी की मौत हो गई थी।

राष्ट्रपति नहीं कर पाए थे राजस्थान विधानसभा का उद्घाटन
साल 2001 में राजस्‍थान विधानसभा लालकोठी स्थित नए भवन में शिफ्ट हुई थी। तब 25 फरवरी 2001 को तत्कालीन राष्ट्रपति केआर नारायणन राजस्‍थान विधानसभा का उद्घाटन करने के लिए जयपुर आने वाले थे, लेकिन वे बीमार होने की वजह से नहीं आ सके तो बिना उद्घाटन के ही राजस्‍थान विधानसभा नए भवन में शुरू हो गई थी।

कभी विधायकों का हुआ निधन हुआ तो कभी विधायक जेल चले गए
साल 2000 में विधायक भीखाभाई, भीमसेन चौधरी का निधन।
साल 2002 में अजमेर पश्चिम विधायक किशन मोटवानी का निधन।
साल 2002 में बानसूर विधायक जगत सिंह दायमा का निधन।
साल 2004 में विधायक रामसिंह बिश्‍नोई का निधन।
साल 2005 में विधायक अरुण सिंह का निधन।
साल 2006 में डूंगरपुर विधायक नाथूराम आहारी का निधन।
साल 2017 में विधायक कीर्ति कुमारी की स्वाइन फ्लू से मौत।
साल 2018 को विधायक कल्याण सिंह का लंबी बीमारी के चलते देहांत हो गया।

जैल गये विधायक
साल 2011 में विधायक महिपाल मदेरणा व मलखान बिश्‍नोई जेल चले गए।
साल 2011 में भाजपा विधायक राजेंद्र राठौड़ भी कुछ दिन जले में रहे।
साल 2013 में बाबूलाल नागर जेल चले गए।

राजस्‍थान विधानसभा में कभी एक साथ सभी 200 विधायक नहीं बैठने को लेकर तरह-तरह की बातें हैं। कोई इसे अभिशाप भवन बताता है तो नागौर से भाजपा विधायक रहे ने कहा था कि यह विधानसभा शमशान की जमीन पर बनी हुई है इसलिए 200  विधायक कभी एक साथ इस भवन में नहीं बैठे और जब भारतीय संस्कृति में ही ऐसी मान्यता है तो विधानसभा के मामले में इसे क्यों नहीं माना जा सकता

(इस लेख में अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं। लेख में प्रस्तुत किसी भी विचार एवं जानकारी के प्रति कोई भी उत्तरदायी नहीं है।)

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