ऊर्जा मंत्री नागर बोले-शाहबाद का पीएसपी प्लांट आज की जरूरत
लेखराज शर्मा
बारां, 17 अक्टूबर। ऊर्जा मंत्री हीरालाल नागर राज्य सरकार की उपलब्धियां के संबंध में गुरुवार को कोटा में मीडिया से मुखातिब हुए. इस दौरान बारां जिले के शाहबाद में लगने वाले पंप स्टोरेज प्लांट के संबंध में उन्होंने कहा कि यह प्लांट आज के राजस्थान की जरूरत है. छत्तीसगढ़ में जहां पर कोयला खनन राजस्थान सरकार कर रही है, वहां पर घना जंगल है. जंगल माइनिंग के लिए काटा भी जा रहा है. वहीं वहां इतना घना जंगल लगा दिया गया है कि लोग जा नहीं सकते हैं. इसी इच्छा शक्ति के साथ हम शाहबाद में भी काम करने वाले हैं.
उन्होंने यह भी दावा किया कि इस 400 हेक्टेयर जगह पर पेड़ काटे जाएंगे, लेकिन उतने ही पेड़ शाहबाद में उस जगह पर लगाएंगे. नागर ने कहा कि इस जगह से प्रस्तावित चीता कॉरिडोर 45 किलोमीटर की दूरी पर है. प्लांट के संबंध में उन्होंने यह भी कहा कि जो भी कमी इस बारे में होगी, उन सबको पूरा किया जाएगा. मंत्री ने कहा कि शाहाबाद इलाके में ही 60000 हेक्टेयर से ज्यादा एरिया पर लोगों ने अतिक्रमण कर लिया है. इस पर वन विभाग ध्यान नहीं दे रहा है. इस दौरान जिला अध्यक्ष राकेश जैन, संभागीय मीडिया संयोजक अरविंद सिसोदिया और जिला उपाध्यक्ष रितेश चित्तौड़ा मौजूद रहे.
बिजली उत्पादन का खर्च कम कर रहे, ताकि फ्यूल सरचार्ज नहीं बढ़े: हमने राजस्थान में बिजली खरीद में भी 18 पैसे की बचत की है. पिछली सरकार में अशोक गहलोत के जादू के चलते मार्च से नवंबर के बीच में बिजली उधार लेकर किसानों को दी. इस उधार की बिजली को अप्रैल और मई में चुकाया गया, जिस समय लोगों को ज्यादा जरूरत थी. कटौती मजबूरी बन गई. हम बिजली उत्पादन का खर्च कम कर रहे हैं, जिससे कि फ्यूल सरचार्ज में बढ़ोतरी नहीं हो. हमारा लक्ष्य है कि लोगों को 24 घंटे और अच्छी बिजली दी जाए, जिसमें ट्रिपिंग नहीं हो. हमने किसानों से वादा किया है कि साल 2027 तक दिन में बिजली उन्हें देना शुरू कर देंगे. इस पर जोर-जोर से कम कर रहे हैं, छीजत रोकने के लिए किसने के लिए नजदीक सोलर लग रहे हैं और उनके पास ही जीएसएस बना रहे है