राजस्थान

राजस्थान तकनीकी विश्वविद्यालय कोटा में लोकपाल की बैठक आयोजित

संजय कुमार

कोटा, 05 अप्रेल, राजस्थान तकनीकी विश्वविद्यालय कोटा में विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के निर्देशानुसार नियुक्त प्रथम लोकपाल प्रो.सत्येंद्र मिश्रा, कुलपति प्रो. एस के सिंह एवं स्टूडेंट ग्रीवेंस रिड्रेसल कमिटी के मेंबर्स की बैठक आयोजित हुई।

जनसम्पर्क अधिकारी डॉ. एस. डी. पुरोहित ने बताया कि लोकपाल प्रो.सत्येंद्र मिश्रा ने विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (छात्रों की शिकायतों का निवारण) विनियम, 2023 के बारे में जानकारी प्रदान की। उन्होंने कहा कि यह विनियम शैक्षणिक संस्थानों के भीतर पारदर्शिता और जवाबदेही बढ़ाने के कि दिशा में एक ठोस प्रयास हैं। यह पहल एक निष्पक्ष और उत्तरदायी शैक्षणिक माहौल को बढ़ावा देने के लिए शैक्षणिक संस्थानों और नियामक निकायों की प्रतिबद्धता को रेखांकित करती है, जहां छात्रों की आवाज और शिकायतों को प्रभावी ढंग से सुना और संबोधित किया जाता है। इस विनियम के अंतर्गत विद्यार्थी हितों के संरक्षण के पर्याप्त प्रावधान किए गए है। उन्होंने स्टूडेंट ग्रीवेंस रिड्रेसल हेतु विभिन्न चरणों के बारे में सूचित किया और विश्वविद्यालय के द्वारा इस बारे में किये जा रहे प्रयासों के लिए सराहना की। उन्होंने इस बारे में नवीन प्रावधानो के बारे में भी बताया। किसी भी शिकायत या चिंता के समाधान में निष्पक्ष सहायता और मार्गदर्शन के लिए संकाय, छात्रों और कर्मचारियों को विश्वविद्यालय लोकपाल से संपर्क करने के लिए स्वागत और प्रोत्साहित किया जाना आवश्यक है। लोकपाल का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि विश्वविद्यालय में सभी की बात सुनी जाए और शिकायतों से निपटने में उन्हें उचित सम्मान और समर्थन दिया जाए।
कुलपति प्रो. एस के सिंह ने कहा कि लोकपाल छात्र समुदाय के सदस्यों की चिंताओं को दूर करने के लिए एक अनौपचारिक, निष्पक्ष, स्वतंत्र, तटस्थ और गोपनीय मंच है। यह मतभेदों को सुलझाने और आपसी समझ बनाने में मदद करने के लिए अनौपचारिक सहायता प्रदान करने के लिए काम करता है। राजस्थान तकनीकी विश्वविद्यालय अपने समुदाय को गोपनीय, स्वतंत्र, सुरक्षित, सहायक, सम्मानजनक और तटस्थ वातावरण में अनौपचारिक रूप से चिंताओं को उठाने और संबोधित करने के लिए एक आउटलेट प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है। यूजीसी छात्र शिकायत विनियम 2023 के कार्यान्वयन के संबंध में अधिक जानकारी या पूछताछ के लिए, संबंधित पक्षों को अपने संबंधित विश्वविद्यालय अधिकारियों से संपर्क करने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है। लोकपाल विद्यार्थियों की समस्याओं के पक्ष को उचित मंच पर रखने का सशक्त माध्यम है। उनकी समस्याओं के निदान हेतु लोकपाल के पास विधिक अधिकार है। शैक्षणिक संस्थाओं में समस्या निवारण की यह व्यवस्था पारदर्शी अकादमिक माहोल को विकसित करेगी।

राजस्थान में आरटीयू एकमात्र विश्वविद्यालय है, जो एनबीए एवं नैक दोनो से भी एक्रेडिटेड है। प्रो. सिंह ने विश्वविद्यालय की एनआईआरएफ एवं यूजीसी 12 बी रैंकिंग के लिए प्रयास की भी जानकारी दी। 12 बी रैंकिंग मिलने के पश्चात विश्वविद्यालय को अन्य एजेंसियो से फंडिंग लाने में आसानी होगी। डीन स्टूडेंट वेलफेयर प्रो दिनेश बिरला ने स्टूडेंट ग्रीवेंस रिड्रेसल के संबंध में सम्बद्ध महाविद्यालयों को भेजे गए पत्राचार एवं वेबसाइट पर डिस्प्ले के बारे में बताया।

बैठक में कुलपति प्रो. एस के सिंह, लोकपाल प्रो. सत्येंद्र मिश्रा, रजिस्ट्रार श्रीमती दीप्ति रामचंद्र मीणा, डीन फैकल्टी अफेयर्स प्रोफेसर एके द्विवेदी, डीन स्टूडेंट्स वेलफेयर प्रो. दिनेश बिरला, स्टूडेंट्स ग्रीवेंस रिड्रेसल समिति अध्यक्ष प्रो. जेके शर्मा, प्रो. मिथिलेश कुमार, डॉ. राजश्री तापड़िया, डॉ हरीश शर्मा, डॉ. भगवान गिदवानी, विद्यार्थी प्रतिनिधि अनुभव चौहान एवं अन्य उपस्थित रहे।

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