टॉप न्यूज़राजस्थान

नेत्रदानी सम्मान समारोह : 106 नेत्रदानी परिवार हुए सम्मानित, नम आंखों से नेत्रदानी परिवार ने स्वीकार किया सम्मान

संजय कुमार

कोटा, 28 जनवरी। आई बैंक सोसायटी आॅफ राजस्थान कोटा चेप्टर द्वारा नेत्रदाता परिवार,नेत्र चिकित्सक एवं सहयोग कर्ता सम्मान समारोह रोटरी बिनानी सभागार शोपिंग सेंटर में आयोजित किया गया गया। अध्यक्ष के के कंजोलिया ने बताया कि इस अवसर पर 106 नेत्रदाता परिजनों को माला,शॉल,दुप्प्ता व प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। सचिव सुरेश सेडवाल ने बताया कि नेत्ररोग विशेषज्ञ डॉ. सुरेश पाण्डेय ने डिजिटल प्रेजेंटेशन के माध्यम से नेत्र की आवश्यकता एवं कार्निया प्रत्यारोपित की प्रक्रिया को दर्शाया गया। डा.अमित सिंह राठौड़ ने मंच संचालन किया।

 

कार्यक्रम में मुख्य अतिथि उर्जा मंत्री हीरालाल नागर , अध्यक्षता विधायक संदीप शर्मा,विशिष्ट अतिथि इण्डियन रेडक्रॉस के स्टेट चैयरमेन राजेश कृष्ण बिरला,आईबीएसआर के विरिष्ट उपाध्यक्ष कपिल गर्ग, कोटा मेडिकल कॉलेज की प्रिंसिपल संगीता सक्सेना,कोटा एस पी शरद चौधरी,रोटरी क्बल के उपाध्यक्ष नितिन अग्रवाल,आई बैंक सोसायटी आॅफ राजस्थान कोटा चेप्टर के अध्यक्ष के के कंजोलिया एवं जीडी पटेल ने नेत्रदानी परिवारों को सम्मानित किया। इस अवसर नेत्र चिकित्सा एवं सहयोगी ईश्वर लाल सैनी व टेक्नीशियन टिंकू को भी मंच पर सम्मानित किया गया। राजेन्द्र अग्रवाल,जीडी पटेल,डा.एम एल अग्रवाल,सुश्री अनित चौहान,आर सी सहानी,डा.वेदप्रकाश गुप्ता ने अतिथियों को सम्मानित किया। डा. सुरेश पाण्डेय ने अपनी पुस्तक एक नेत्र सृजन की डायरी भी भेंट की।

नेत्रदान में कोटा चैप्टर प्रथम
स्वागत भाषण मे डा. के के कंजोलिया ने कहा कि आई बैंक सोसायटी आॅफ राजस्थान ने कोटा चेप्टर को उनके कॉर्निया डोनेशन में सर्वश्रेष्ठ चेप्टर है। कोटा जिला में आईबीएसआर एक मात्र संस्था है जो नेत्रदान प्राप्त करने के लिए अधिकृत है।आई बैंक सोसायटी ऑफ राजस्थान वर्षो 2011 से प्रदेश में नेत्र दान अभियान में गतिशील है।सोसायटी कॉर्निया अंधता से परेशान रहे मरिजों के उत्थान के लिए प्रयत्नशील है। कोटा चेप्टर 9 अक्टूबर 2011 से कोटा संभाग में कार्यरत है प्रथम वर्ष 6 कॉर्निया ही प्राप्त हो सके, दिसम्बर 2024 तक संस्थान ने कुल 1724 कॉर्निया प्राप्त किए जा चुके है। जिनमें से 958 कार्निया प्रत्यारोपित किये जा सके है। इसका यूटिलाइजेशन रेट 55 प्रतिशत है।

 

नेत्रदान महादान
उर्जा मंत्री हीरालाल नागर कहा​ कि ने नेत्रदान सम्माान समारोह की प्रशंसा करते हुए कहा कि ऐसे सम्मान समारोह से नेत्रदानी परिवार के प्रति अपनी कृतज्ञता को पेश होती है और नेत्रदान के प्रति जनजागरूकता भी बढती है। नागर ने कहा कि अपने परिजनों की आंखो से कोई व्यक्ति इस संसार को देख पाता है तो नेत्रदान प्राप्त करने वाला परिवार तो प्रसन्न होता है साथ ही नेत्रदानी परिजन को सुख व शांति की अनुभूति होती है।

13 हजार लोगो को दी रोशनी
पूर्व पुलिस महानिरीक्षक आइबीएसआर जयपुर के उपाध्यक्ष कपिल गर्ग ने बताया कि कोटा शहर आई डोनेशन में सक्रिय भागीदारी नभा राह है यहां अन्य जिलो की अपेक्षा वॉलेंटरी आई डोनेशन सबसे अधिक है। आइबीएसआर जयपुर ने लगभग 21 हजार कॉर्निया प्राप्त किए जिसमे से 13971 लोगो वह आंखो की रोशनी देने में सफल रहे है।आईबीएसआर जयपुर का यूटीलाईजेशन रेशो 65 प्रतिशत है। वर्तमान में भी 3 से 5 लाख लोग आंखो की रोशनी प्राप्त नहीं कर पा रहे है।

बाइट – हीरालाल नागर, ऊर्जा मंत्री

रक्तदान के बाद नेत्रदान मे कोटा बने नम्बर वन
सभा को सम्बोधित करते हुए अतिथियों ने अपने विचार मंच से रखे। विधायक संदीप शर्मा ने नेत्रदान को महादान की संज्ञा देते हुए कहा कि नेत्रदानी परिवारों का सम्मान करना सामाजिक सद्भाव, मानवीयता और उदारता के प्रतीक है । संस्था के इस कार्य से शहर में नेत्रदान के प्रति रुझान बढ़ेगा। असली सम्मान के हकदार नेत्रदानी परिवार है जिनकी प्रेरणा से अन्य लोग नेत्रदान के लिए आगे आयेंगे।  इंडियन रेडक्रॉस सोसायटी राजस्थान के अध्यक्ष राजेश कृष्ण बिरला ने कहा कि नेत्रदान के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि नेत्रदान मानवीय अनुदान का एक महत्वपूर्ण पहल है। यह एक उच्चतम दान है जिससे एक व्यक्ति कर सकता है। यह उच्च विचारशीलता और दया का प्रतीक है। इस दान से आप किसी व्यक्ति के अंधेरे जीवन में रंग भर देते हो। मेडिकल कॉलेज की प्रिंसिपल संगीता सक्सेना ने अपने मार्मिक उद्बोधन में कहा कि नेत्रदान के प्रति भावुकता से मार्मिक रूप पेश किया और नेत्रदान प्राप्त करने वाले व्यक्ति जीवन में परिवर्तन को भी बताया। उन्होने नेत्रदान के  आव्हन करते हुए कहा कि कोटा में जिस प्रकार रक्तदान के प्रति जागरूकता है उस प्रकार नेत्रदान के प्रति भी जागरूकता बढाना आवश्यक है कोटा को नेत्रदान में भी प्रथम पायदान पर लाना है।

डॉ के के कंजोलिया

प्रति 5 सेकेण्ड एक व्यक्ति खोता है नेत्र

नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ सुरेश पाण्डेय ने अपने डिजिटल प्रेजेंटेशन के माध्यम से बताया कि कॉर्निया ट्रांसप्लांट के बारे में बताया उन्होने बताया कि भारत में हर 1 मिनट में एक बच्चा और और हर 5 सेकंड में एक व्यस्क  व्यक्ति अंधता को प्राप्त हो रहा है। देश भर में ढाई लाख कॉर्निया की जरूरत है लेकिन 50,000 ही उपलब्ध हो पाते हैं। इसके लिए लोगों से अपील है कि ज्यादा से ज्यादा संख्या में नेत्रदान करें।
एक आंकड़े के अनुसार भारत में लगभग 1.25 करोड़ लोग दृष्टिहीन हैं, जिसमें करीब 30 लाख व्यक्ति नेत्र प्रत्यारोपण के माध्यम से नवदृष्टि प्राप्त कर सकते हैं। आकलन बताता है कि एक वर्ष में देश में जितने लोगों की मृत्‍यु होती है। अगर सभी के नेत्रों का दान हो जाए तो देश के सभी नेत्रहीन लोगों को एक ही साल में आंखें मिल जाएंगी। मगर लोग नेत्रदान करते नहीं हैं और कार्निया प्रत्यारोपण की प्रतीक्षा सूची लंबी होती जाती हैं।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button