टॉप न्यूज़राजस्थान

51 जोड़ों का सर्वजातीय निशुल्क सामूहिक विवाह सम्मेलन हर्षोल्लास से सम्पन्न, हजारों लोग बने विवाह सम्मेलन के गवाह, दिया आशीर्वाद व मंगलकामनाएं

संजय कुमार

कोटा, 28 जनवरी। भारत विकास परिषद राजस्थान दक्षिण-पूर्व प्रांत द्वारा श्री राम रंगमंच दशहरा मैदान कोटा पर 51 जोड़ों का नि:शुल्क सर्वजातीय सामूहिक विवाह सम्मेलन विधि विधान से, हर्षोल्लास और उत्साह उमंग के साथ सम्पन्न हुआ। इस विवाह सम्मेलन में  प्रबुधजन, प्रशासनिक अधिकारी, राजनैतिक व सामाजिक लोग साक्षी बने और वर वधु को आशीर्वाद दिया। भारत विकास परिषद के प्रांतीय अध्यक्ष किशन पाठक ने बताया कि सामूहिक सरल विवाह भारत विकास परिषद का राष्ट्रीय प्रकल्प है ऐसे में सभी की सहभागिता से विवाह सम्मेलन में उत्साह व उमंग देखने को मिली।

सर्वप्रथम गणेश स्थापना के साथ विधि विधान से कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ। कार्यक्रम में अतिथि के रूप में शिक्षा मंत्री मदन दिलावर, उर्जा मंत्री हीरालाल नागर, भारत विकास परिषद के राष्ट्रीय महामंत्री श्याम शर्मा, कार्यक्रम में राष्ट्रीय युवा संत नमन वैष्णव, राम स्नेही सम्प्रदाय के पीठाधीश्वर रामदयाल जी महाराज, श्रीकुलम शक्तिपीठ की पीठाधीश्वर मां नीति अम्बा, गोदावरी धाम के शैलेन्द्र भार्गव, कोटा दक्षिण विधायक संदीप शर्मा, जिला कलक्टर डॉ. रविन्द्र गोस्वामी, शहर पुलिस अधीक्षक शरद चौधरी, नागरिक सहकारी बैंक के चेयरमैन राजेश बिरला, देहात भाजपा अध्यक्ष युधिष्टर खटणा, वर्तमान महावीर खुला विश्वविद्यालय के कुलपति कैलाश सुदानी, श्रीराम रेयंस के वीके जेटली, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कोटा विभाग प्रचारक धर्मराज सहित अन्य अतिथियों ने वर वधु को आशीर्वाद दिया और उनके मंगल जीवन की कामना की।

कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए मदन दिलावर ने कहा कि भारत विकास परिषद का सम्पर्क, सहयोग, संस्कार, सेवा और समर्पण का ध्येय आज सार्थक हो गया। उन्होंने कहा कि सर्वजातीय विवाह सम्मेलन समरसता की अनूठी मिसाल है। उन्होंने कहा कि कमजोर से कमजोर व्यक्ति को ढूंढकर विवाह किया गया है, वहीं उन्होंने इस कार्य में सहयोग करने वालों का भी आभार जताया। दिलावर ने दुल्हा दुल्हन को भी सीख देते हुए कहा कि अपने माता पिता की सेवा करें, आप निर्धन हो सकते हैं लेकिन मिसाल पेश कर सकते हैं, आदर्श प्रस्तुत कर सकते हैं।

उर्जा मंत्री हीरालाल नागर ने कहा कि नव दम्पत्ति सहयोग, सद्भाव, तालमेल रखे तो जीवन सफल होगा। इस सर्वजातीय विवाह से समरसता का भाव आता है। हमारी संस्कृति और संस्कार पुर्नजीवित हो रहे हैं। संस्कारों की नई नींव रखी जा रही है, जिसका श्रेय भारत विकास परिषद को जाता है। उन्होंने कहा कि भगवान श्रीराम ने भी सबरी के बेर खाकर समानता का संदेश दिया था। आज के परिपेक्ष में सभी समाजों को साथ लेकर चलने की आवश्यकता है।

परिवार छोटे नहीं हो, ना ही मन छोटा हो
भारत विकास परिषद के राष्ट्रीय महामंत्री श्याम शर्मा ने कहा कि पर्यावरण संरक्षण की आज आवश्यकता है। गांव, खेत, घर आंगन व सार्वजनिक स्थान पर पेड लगाएं। उन्होंने कहा कि हमे पानी, बिजली, पेट्रोल को बचाना होगा। उन्होंने नव दम्पत्तियों को भी कहा कि वह परिवार में साथ रहे, परिवार छोटे नहीं होने चाहिए, ना ही मन छोटा होना चाहिए। कुटुंभ में रहोगे तो शक्तिशाली रहोगे।

विधायक संदीप शर्मा ने कहा कि भारत विकास परिषद, चिकित्सा, शिक्षा सहित कई क्षेत्रों में सराहनीय कार्य कर रहा है। हम सभी का सपना है कि भारत विकसित राष्ट्र हो, हम संस्कृति के रहते हुए विश्व गुरु रहे हैं। कुछ समय से राम राज्य लगने लगा है। हम साइंस, टेक्नोलॉजी,ख् शिक्षा, चिकित्सा, सेन्य क्षेत्र में तेजी से आगे बढ रहे हैं। किशन पाठक ने कहा कि हमारे पास 225 रजिस्टेÑशन आए थे, उसमें निर्धनतम परिवार को चुना है। किसी के पिता नहीं है तो कोई बेहद आर्थिक कमजोर है।

वर वधु की शोभायात्रा रही आकर्षण का केन्द्र
प्रांतीय सह सचिव सुनीता गोयल एवं प्रांतीय महिला प्रमुख कुसुम शर्मा ने बताया की वर-वधु शोभायात्रा सीएडी ग्राउंड से प्रारंभ हुई एवं शहर के प्रमुख मार्ग सीएडी चौराहे से होती हुई श्री राम रंगमंच दशहरा मैदान पहुंची जिसमें सभी 51 जोड़े 26 बग्गी पर सवार थे। साथ ें तीन बैंड की स्वर लहरियों पर बाराती नाचते गाते चल रहे थे।

बारात का दशहरा मैदान पहुंचने पर भव्य स्वागत किया गया। विवाह समारोह पूरे विधि विधान से आचार्य पंडित मुकेश शास्त्री के सानिध्य में आयोजित हुआ। पाणिग्रहण संस्कार के बाद विदाई हुई।

बाइट – किशन पाठक, प्रांतीय अध्यक्ष

सहयोग करने वालों में संयोजक रवि प्रकाश विजय एवं सहसंयोजक ओमप्रकाश गुप्ता, महेंद्र सिंहवाल, नरेंद्र गुप्ता एवं हरि ओम विजय रहे। विवाह आयोजन समिति के संयोजक रवि प्रकाश विजय एवं प्रांतीय महासचिव पराग जैन टोंगिया ने बताया की विवाह समारोह में भारत विकास परिषद दक्षिण-पूर्व प्रांत एवं भामाशाहों के सहयोग से आवश्यक सामान एवं उपहार दिए गए, जिसमें सोने चांदी के आभूषण, पलंग, गद्दा, तकिया, कंबल, बेडशीट, कुर्सी ,सेंटर टेबल, बर्तन, अलमारी गैस चूल्हा, आदि सामान आयोजन समिति द्वारा प्रदान किए गए।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button