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क्या कोरोना के नए वेरिएंट JN.1 के लिए भी बनानी पड़ेगी नई वैक्सीन ? इस बारे में क्या बोलते हैं AIIMS के डॉक्टर गुलेरिया

Sanjay Chobisa, 24 Dec

भारत में एक बार फिर से कोरोना वायरस का खतरा मंडराने लगा है। कोरोना के केसों में ये बढ़ोतरी नए वैरिएंट JN.1 की वजह से हो रही है। अब AIIMS के पूर्व निदेशक और वरिष्ठ पल्मोनोलॉजिस्ट डॉ. रणदीप गुलेरिया ने इसको लेकर बड़ा अपडेट दिया है।

कोविड-19 के नए वैरिएंट JN.1 को लेकर क्या नए वैक्सीन की जरूरत है? इसपर भी डॉ. रणदीप गुलेरिया ने जानकारी दी है। डॉ. रणदीप गुलेरिया ने कहा, ‘हमें एक वैक्सीन की जरूरत है जो कोरोना वायरस के अलग-अलग वैरिएंट को कवर करे।’

न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक डॉ. रणदीप गुलेरिया ने कहा, ”हमने कोरोना के कई वैरिएंट देखे हैं। नया वैरिएंट JN.1 ओमिक्रॉन वैरिएंट का एक फॉर्म है। इसलिए ओमिक्रॉन के खिलाफ बनाया गया वैक्सीन इस तरह के वैरिएंट के लिए भी असरदार और प्रभावी होगा।”

डॉ. रणदीप गुलेरिया ने आगे कहा, ”हमें यह दिखाने के लिए पहले और अधिक डेटा की आवश्यकता है कि जनसंख्या में वर्तमान में इम्यूनिटी कैसी है। हमें ये भी देखना होगा कि पिछली बार वैक्सीनेशन के आधार पर हमें क्या सुरक्षा मिली है। जितना डेटा अभी हमारे पास है, उसके हिसाब से हम सिर्फ ये तय कर सकते हैं कि क्या हमें एक नए वैक्सीन की जरूरत है या नहीं।”

डॉ. रणदीप गुलेरिया ने कहा, ”हमें ये देखना होगा कि हमारे पास जो वैक्सीन है, क्या वो सभी प्रकार के कोरोना वैरिएंट को कवर करने में सक्षम है या नहीं। हमें एक ऐसे वैक्सीन की जरूरत हो सकती है जो र्तमान परिसंचारी तनाव को कवर करता है, और यह कुछ ऐसा है जिसे नियमित रूप से करना होगा क्योंकि वैरिएंट हमेशा बदलते रहेंगे।”

 

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