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डॉ. अनुकृति शर्मा फॉरेन स्कॉलर की रिसर्च सुपरवाइजर बनी, विदेशी शोध छात्र ग्रामीण पयर्टन पर करेगा तुलनात्मक अध्ययन

संजय कुमार चौबीसा

कोटा, 21 दिसम्बर। कोटा विश्वविद्यालय में वाणिज्य एवं प्रबंधन विभाग की विभागाध्यक्ष डॉ. अनुकृति शर्मा को फॉरेन स्कॉलर के लिए रिसर्च सुपरवाइजर नियुक्त किया गया है। डॉ. अनुकृति किसी विदेशी के लिए रिसर्च स्कॉलर नियुक्त होने वाली हाड़ौती सम्भाग की पहली एचओडी हैं। जिन्हें यह जिम्मेदारी मिली है। कोटा विश्वविद्यालय में पीएचडी फॉरेनर्स स्कॉलर आवंटित हुए हैं।

डॉ. अनुकृति शर्मा ने बताया कि बांग्लादेश के छात्र जसीमुद्दीन सरकार ने कोटा विश्वविद्यालय में पीएचडी कोर्स में प्रवेश लिया है। उन्होंने यूनिवर्सिटी ऑफ ढाका से अपनी पढ़ाई की है। वहीं वर्तमान में द पीपल्स यूनिवर्सिटी ऑफ बांग्लादेश में असिस्टेंट प्रोफेसर के रूप में कार्यरत हैं। वे कोटा विश्वविद्यालय में डॉ. अनुकृति शर्मा के मार्गदर्शन में “रुरल टूरिज्म फॉर सस्टेनेबल डेवलपमेंट इन बांग्लादेश एण्ड इंडिया: ए स्टडी ऑन द सिलेक्टेड विलेजेज” विषय पर शोध करेंगे।

डॉ. अनुकृति शर्मा ने बताया कि बांग्लादेश और हाडोती के कुछ गांवों को चुनकर उनमें तुलनात्मक शोध अध्ययन किया जाएगा। इन गांवों में समानता, विविधता, अवसर और चुनौतियां को परखा जाएगा। इस शोध से ग्रामीण पर्यटन की दिशा में नए आयाम स्थापित हो सकेंगे। डॉ. अनुकृति शर्मा ने बताया कि देशभर में मात्र राजस्थान सरकार ने ग्रामीण पर्यटन को लेकर पॉलिसी बनाई हुई है। इस दृष्टि से भी यह शोध अध्ययन बहुत महत्वपूर्ण हो सकता है।

शोध छात्र जसीमुद्दीन सरकार ने बताया कि उन्होंने दक्षिण एशिया की कई यूनिवर्सिटीज के बारे में जानकारी प्राप्त की। वे कोटा विश्वविद्यालय के रेपो और डॉ. अनुकृति शर्मा के करिकुलम से बहुत प्रभावित हुए। इसके बाद कोटा विश्वविद्यालय में प्रवेश लेने का निर्णय किया। उन्होंने कहा कि कोटा विश्वविद्यालय का रिसर्च विभाग बहुत तीव्र है। ऐसे में शोध अध्ययन करना आसान होगा। जीशानुद्दीन सरकार ने कुलपति प्रो. नीलिमा सिंह से मिलकर आशीर्वाद लिया और यह अवसर देने के लिए बहुत धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि भारत से रिसर्च करना बांग्लादेश के स्कॉलर के लिए एक बड़ा अवसर है। डायरेक्टर रिसर्च प्रो. रीना दाधीच को धन्यवाद दिया कि उन्होंने हर कदम पर एक फॉरेन स्टूडेंट को सपोर्ट किया।

डॉ. अनुकृति शर्मा ने बताया कि जीशानुद्दीन सरकार के कोटा विश्वविद्यालय में प्रवेश के दौरान होने वाली विभिन्न व्यवहारिक समस्याओं को दूर करने में चमन तिवारी और डॉ. विपुल शर्मा ने सहयोग किया। विवि के कंप्यूटर साइंस विभाग में डॉ. केके शर्मा को भी फॉरेन स्कॉलर मिला है।

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