टॉप न्यूज़राजस्थानराज्य

उपरेटी में 400 और तलहटी में 100 हैक्टेयर में बनेगा क्लोजर,

5 एनीकट भी हो रहे तैयार शाहाबाद में शुरू होगी

लेखराज शर्मा 29 नवंबर 2023

वन विभाग शाहाबाद कंजर्वेशन रिजर्व में लेपर्ड सफारी की तैयारियों में जुटा हुआ है। तीन करोड़ की लागत से शाहाबाद कंजर्वेशन रिजर्व उपरेटी व तलहटी में 20-20 किमी में इको ट्रेल व फायर लाइन तैयार की जा रही है। पांच एनीकट सहित 300 हैक्टेयर व 100 हैक्टेयर में दो क्लोजर भी बनाए जाएंगे। इसे आगामी 6 महीने में पर्यटकों लाने के लिए खोलने का लक्ष्य रखा है। यहां लेपर्ड, भालू, जरख और गिद्ध सहित अन्य वन्यजीवों की आसानी से साइटिंग होती है।

जिले के शाहाबाद में करीब 51 हजार हेक्टेयर वनभूमि है। इसमें 18 हजार 939.61 हैक्टेयर में शाहाबाद उपरेटी कंजर्वेशन रिजर्व और 17 हजार 884.21 हैक्टेयर में शाहाबाद तलहटी में कंजर्वेशन रिजर्व घोषित हो चुका है। उप वन संरक्षक दीपक गुप्ता ने बताया कि उपरेटी में डेढ़ करोड़ व तलहटी में डेढ़ करोड़ रुपए की लागत से कार्य करवाए जा रहे हैं। उपरेटी में 20 किमी और तलहटी 20 किमी में इको ट्रेल व फायर लाइन तैयार की जा रही है। वहीं वाटर प्वाइंट के लिए पांच एनीकट बनाए जा रहे हैं। यहां दो तलाइयां भी बनी हुई हैं। उपरेटी में 300 हैक्टेयर और तलहटी में 100 हैक्टेयर में क्लोजर तैयार किया जाएगा। दूसरे चरण के बजट में भी अन्य कार्य कराए जाएंगे। सहायक वन संरक्षक हफीज मोहम्मद ने बताया कि यहां लेपर्ड, भालू, जरख, लोमड़ी, चीतल, सांभर सहित कई वन्यजीव विचरण करते हैं। लेपर्ड सफारी शुरू होने पर स्थानीय स्तर पर होटल, टूरिस्ट गाइड आदि में रोजगार के मौके बनेंगे। पर्यटक यहां लेपर्ड, भालू, जरख, लोमड़ी और गिद्धों को भी देख सकेंगे

नेशनल पार्क से सटा है कंजर्वेशन रिजर्व

विभागीय अधिकारियों के अनुसार शाहाबाद कंजर्वेशन रिजर्व मध्यप्रदेश के कूनो नेशनल पार्क और माधव नेशनल पार्क से सटा हुआ है। इससे वन्यजीवों की प्राकृतिक रूप से आवाजाही होती है। मध्यप्रदेश के कूनो नेशनल पार्क में चीता प्रोजेक्ट और माधव नेशनल पार्क में टाइगर प्रोजेक्ट शुरू होने का फायदा भी मिलेगा। लेपर्ड सफारी 40 किलोमीटर में बन रही इको ट्रेल, 6 महीने में पर्यटकों के लिए खोलने की तैयारी शाहाबाद कंजर्वेशन रिजर्व में इको ट्रेल तैयार हो रही है।

घने जंगल में पहुंच सकेंगे पर्यटक

मुंडियर से कुंडा खोह, किला, वॉच टावर, तेलनी माताजी, मध्यप्रदेश बॉर्डर तक इको ट्रेल बनेगी। इसमें कोसम खोह, कुंडा खोह, माधो खोह, कोटरागढ़, पुकार खोह जुड़ेंगे। टूटे हुए क्लोजर की दीवारें सही की जाएंगी। इसी प्रकार तलहटी में गुंजारी-पाटन तक इको ट्रेल तैयार की जा रही है।

लेपर्ड की आसानी से होती है साइटिंग

शाहाबाद में इन दिनों बाईपास, कस्बे के आसपास लेपर्ड की आसानी से साइटिंग हो रही है। यहां पर 8-10 लेपर्ड का मूवमेंट बताया जाता है। शाहाबाद के जंगल में 13 प्राकृतिक खोह में दुर्लभ जैव विविधता व वानस्पतिक विविधता है। यहां 802 प्रकार की पेड़ प्रजातियां मौजूद हैं। खोह की कराईयों में गिद्ध पनप रहे हैं। यहां बड़ी संख्या में विलुप्त गिद्ध प्रजातियां देखी जाती है। जल्द ही पर्यटकों के लिए खोलेंगे

• शाहाबाद कंजर्वेशन रिजर्व उपरेटी व तलहटी में डेढ़-डेढ़ करोड़ से 20-20 किमी इको ट्रेल, फायर लाइन, पांच एनीकट बन रहे हैं। हैबीटेट के लिए 300 व 100 हैक्टेयर के दो क्लोजर बनाए जा रहे हैं। इसे आगामी 6 महीने में पर्यटकों के लिए खोलने की तैयारी की जा रही है।• दीपक गुप्ता, उप वन संरक्षक, बारां

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button