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राजस्थान तकनीकी विश्वविद्यालय शिक्षा के समग्र विकास और सशक्तिकरण के साथ स्थापित कर रहा है प्रगति के नवीन आयाम

संजय कुमार

कोटा, 17 मई।  राजस्थान तकनीकी विश्वविद्यालय कोटा की 39वीं विद्या परिषद की बैठक कुलपति सचिवालय में कुलपति प्रो.एसके सिंह की अध्यक्षता में आयोजित की गई। सह जनसम्पर्क अधिकारी विक्रम राठौड़ ने बताया की इस बैठक मेविश्वविद्यालय के कार्यवृत प्रगति कार्यवाही, विद्या परिषद एजेंडा सहित विभिन्न मुद्दों पर विचार-विमर्श कर उनका अनुमोदन किया गया । कुलपति प्रो. सिंह ने नए सदस्यों का अभिनन्दन एवं निवर्तमान सदस्यों की सराहना की। बैठक मे कुलसचिव दीप्ती रामचंद्र, डीन कादमिक डॉ एके पलवलिया, डीन संकाय मामलात डॉ एके द्विवेदी, परीक्षा नियंत्रक डॉ धीरज माथुर, जनसम्पर्क अधिकारी डॉ.एसडी पुरोहित सहित विद्या परिषद के सदस्यगण भी उपस्थित थे।

बैठक में विद्या परिषद की बैठक में वर्ष 2022 तथा वर्ष 2023 एवं उससे पहले पास होने वाले यूजी पीजी एवं पीएचडी विद्यार्थियों के लिए 13वें दीक्षांत समारोह 2024 के लिए डिग्री प्रदान करना, 13वें दीक्षांत समारोह के लिए कुलाधिपति एवं कुलपति गोल्ड मेडल प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों के नाम का अनुमोदन, मेरिट के आधार पर गोल्ड मेडल प्राप्त करने वाले एमटेक एवं एमआर्क के विद्यार्थियों के नाम का अनुमोदन, बी.टेक.,बी.आर्क, बीएचएमसीटी, बीबीए, एमसीए, एमबीए, एम.टेक. और एम आर्क के उन विद्यार्थियों को अतिरिक्त मर्सी अवसर देने पर विचार करना जिन्होंने निर्धारित पाठ्यक्रम समय/अनुमत पाठ्यक्रम अवधि की दोगुनी अवधि पूरी करने के बाद भी अपनी डिग्री पूरी नहीं की है,चतुर्थ फैकल्टी ऑफ एप्लाइड साइंसेज (एफओएएस) के कार्यवृत्त और एप्लाइड साइंसेज के नए पीजी पाठ्यक्रम (i) एमएससी भौतिकी (नैनोटेक्नोलॉजी),(ii) एमएससी रसायन विज्ञान (औद्योगिक रसायन विज्ञान), (iii) एम. एस.सी.गणित (औद्योगिक एवं कम्प्यूटेशनल गणित (iv) एम.ए. (अंग्रेजी) एवं (v) एम.ए. (अर्थशास्त्र) शुरू करने के लिए दिशा-निर्देशों को मंजूरी, अनुप्रयुक्त विज्ञान संकाय के अंतर्गत पाठ्यक्रम कार्यक्रम के लिए (1) बीओएस (भौतिकी, रसायन विज्ञान, गणित) एमएससी भौतिकी (नैनोटेक्नोलॉजी), एमएससी रसायन विज्ञान (औद्योगिक रसायन विज्ञान), एमएससी गणित (औद्योगिक एवं कम्प्यूटेशनल गणित), एमए (अंग्रेजी और अर्थशास्त्र) विषयों के अध्ययन बोर्ड के गठन को मंजूरी सहित अन्य महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा हुई और विद्या परिषद द्वारा उनका अनुमोदन किया गया। विद्या परिषद ने अकादमिक एवं प्रशासनिक विभाग के अधिकारियों के साथ वर्तमान प्रगति रिपोर्ट प्राप्त की और उन्हें विस्तृत दिशा-निर्देश प्रदान किए साथ ही उन्होंने एजेंडे की समीक्षा की और नवीन अकादमिक कार्य योजनाओं पर मंथन किया।
इस अवसर पर कुलपति प्रो. सिंह ने कहा कि हम सभी को आपसी समन्वय और सहयोग से विश्वविद्यालय की सर्वांगीण विकास प्राथमिकता को निर्धारित करना होगा। तकनीकी शिक्षा के वर्तमान परिदृश्य के अनुरूप हमें और अधिक सक्षम और मजबूत बनाना होगा। विश्विद्यालय का प्रयास रहेगा की राष्ट्रिय शिक्षा निति के सुधारात्मक बिन्दुओ का समावेश कर विश्विद्यालय का समग्र शैक्षणिक उन्नयन किया जाए। हमें प्राथमिकता के साथ और उपलब्ध संसाधनों का उपयोग करते हुए आरटीयू को प्रदेश की “उत्कृष्ट तकनीकी विश्वविद्यालय” की अग्रणी पंक्ति में शामिल करने का सामूहिक प्रयास करना होगा। तकनीकी शिक्षा की नवीनतम प्रणालियों को अपनाते हुए हम विश्वविद्यालय लिए ऐसा विकसित माहौल तैयार करेंगे जो विद्यार्थिओं, सम्बद्ध इंजीनियरिंग कॉलेजो को उन्नत करेगा। शिक्षकों, कर्मचारियों और विद्यार्थिओं और हमारे हितधारकों के लिए तकनीकी शिक्षा में नव अकादमिक योजनाओं का सृजन कर हम हमारे विद्यार्थियो का सशक्त करने का पुरजोर प्रयास करेंगे। राजस्थान तकनीकी विश्वविद्यालय इस संकल्पना के साथ वृहत कार्य योजना पर कार्य करते हुए विश्वविद्यालय के सु़द्धढ़ीकरण व प्रदेश में तकनीकी शिक्षा का सिरमौर बनने के दिशा में आगे बढ़ रहा हैं।

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