राजस्थान

वन एवं पर्यावरण मंत्री ने बैठक में दिए निर्देश – अवैध खनन किसी सूरत में बर्दाश्त नहीं होगा

संजय कुमार

कोटा 27 फरवरी। राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार, वन, पर्यावरण, जलवायु परिवर्तन, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग संजय शर्मा की अध्यक्षता में मंगलवार को संभाग के वन अधिकारियों की बैठक कलेक्ट्रेट सभागार में हुई। बैठक में संभाग के वन विकास, सुरक्षा, परियोजनाओं की स्थिति, समस्याओं, संभावनाओं और आगामी कार्ययोजना के बारे में विस्तार से जानकारी लेकर आवश्यक निर्देश दिए।
बैठक में कोटा दक्षिण विधायक संदीप शर्मा एवं लाडपुरा विधायक कल्पना देवी, जिला परिषद सदस्य योगेंद्र नंदवाना, प्रेम गोचर मौजूद रहे। मुख्य वन संरक्षक रामकरण खेरवा, संभागीय आयुक्त उर्मिला राजोरिया, जिला कलक्टर डॉ. रविन्द्र गोस्वामी एवं संबंधित विभागों अधिकारी उपस्थित रहे।
मंत्री ने मुंकुदरा टाइगर रिजर्व में बाघ की शिफ्टिंग को लेकर केन्द्र के स्तर पर सकारात्मक प्रयास होने की बात कही। वहीं एयरपोर्ट को लेकर वस्तुस्थिति की विस्तार से जानकारी लेते हुए संबंधित अधिकारियों को आगामी कार्यवाही के लिए प्रस्ताव बनाकर भिजवाने के निर्देश दिए। मंत्री ने जनप्रतिनिधियों द्वारा ध्यान आकर्षित कराए जाने पर गराडिया महादेव में श्रद्धालुओं के लिए सोमवार को प्रवेश निशुल्क रखने पर सहमति जताते हुए इस संबंध में प्रस्ताव बनाकर भिजवाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि इसमें ऐसे वाहनों का निशुल्क प्रवेश रहे जो कोटा एवं बूंदी में रजिस्टर्ड हैं।

जनप्रतिनिधियों एवं अधिकारियों द्वारा एयरपोर्ट की मांग पुरजोर तरीके से रखी गई जिस पर मंत्री ने वस्तु स्थिति की विस्तार से जानकारी ली यूआईटी अधिकारियों ने अब तक की गई कार्रवाई से अवगत कराया मंत्री ने इस संबंध में उच्च स्तर पर आवश्यक कार्रवाई की बात कही। विधायकों द्वारा मुकुंदरा टाइगर रिजर्व में टाइगर छोड़े जाने की बात पर मंत्री ने कहा कि इस संबंध में केंद्र सरकार के स्तर पर प्रयास जारी हैं।
विधायक संदीप शर्मा एवं कल्पना देवी ने विभिन्न वन क्षेत्रों में बसी बस्तियों की स्थिति और वहां के रहवासियों की समस्याओं की ओर ध्यान आकर्षित कराते हुए मांग की कि लोगों को मूलभूत सुविधाएं मिल सकें इसके लिए भूमि रूपांतरण की कार्रवाई कराई जाए। प्रेम गोचर ने पीपल्दा और केथूदा क्षेत्र में वन भूमि को लेकर आ रही समस्याओं सड़क, पीएम आवास नहीं बन पाने की ओर ध्यान आकर्षित कराया जिस पर मंत्री ने इस संबंध में प्रस्ताव बनाकर भिजवाने को कहा। साथ ही निर्देश दिए कि वन भूमि पर अब अतिक्रमण नहीं होने पाए यह भी सुनिश्चित किया जाए।
वन विभाग के अधिकारियों ने अपने-अपने संबंधित क्षेत्र में मौजूदा स्थिति, विकास एवं पर्यटन के बढ़ावे की संभावनाओं से अवगत कराते हुए सुझाव रखे। कोटा में पशुओं के रेस्क्यू सेंटर के लिए संसाधन उपलब्ध कराने, बूंदी में बरधा डैम, भैंसरोडगढ़ में क्रोकोडाइल और लेपर्ड साइट को विकसित करने एवं शेरगढ़ में चीता के लिए मुफीद वातावरण होने से इन क्षेत्रों के विकास की ओर ध्यान आकृष्ट कराया।
बैठक में कोटा के उप वन संरक्षक अनुराग भटनागर सहित संभाग के वन विभागीय अधिकारियों, मुकुंदरा टाईगर रिजर्व, रामगढ़ विषधारी टाईगर रिजर्व एवं क्षेत्रीय वन अधिकारियों ने भाग लिया।

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