राजस्थान

बीकानेर तकनीकी विश्वविद्यालय में “नवीन विचारों के स्रोत” पर विचार-मंथन सत्र का आयोजन

आइडिया लैब से छात्रों को जोड़ने में शिक्षक समुदाय की महत्तवपूर्ण भूमिका : प्रो. पियूष तिवारी

संजय कुमार चौबीसा

बीकानेर, 28 नवंबर, बीकानेर तकनीकी विश्वविद्यालय, बीकानेर में बीआईटी जयपुर के निदेशक प्रोफेसर पीयूष तिवारी के मुख्य आतिथ्य में आइडिया लैब के अन्तर्गत नवीन विचारों के स्रोत विषय पर फैकल्टीज के साथ एक दिवसीय विचार-मंथन सत्र का आयोजन किया गया। जनसंपर्क अधिकारी विक्रम राठौड़ ने बताया कि विचार-मंथन सत्र के आयोजन का मुख्य उद्देश्य विश्वविद्यालय के विकास पर विशेष ध्यान देने के साथ अनुसंधान करने में शामिल मौलिक प्रक्रियाओं की व्यापक समझ को सुविधाजनक बनाना था। मंथन सत्र में विभिन्न संकाय सदस्यों ने अपने महत्वपूर्ण विचार रखें। मुख्य अतिथि एवं रिसोर्स पर्सन बीआईटी जयपुर के निदेशक प्रोफेसर पीयूष तिवारी ने शोध कार्य के लिए दिशानिर्देश स्थापित करने के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने एक व्यवस्थित ढांचे की आवश्यकता पर जोर दिया जो शोधकर्ताओं को व्यवस्थित और विश्वसनीय तरीके से अध्ययन निष्पादित करने में सहायता करेगा। यह लैब छात्रों को रिसर्च एवं इनोवेशन से जोड़ने का कार्य करेगी। हमे शिक्षकों को कौशल और ज्ञान से लैस करना होगा, जो छात्रों में उद्यमशीलता मूल्यों को विकसित करने और उद्यमिता की दिशा में उनकी प्रगति का मार्गदर्शन और समर्थन करने के लिए आवश्यक हैं। नौकरियाँ और नवाचार पैदा करने से विज्ञान और प्रौद्योगिकी के माध्यम से सामाजिक जरूरतों को पूरा करने में मदद मिलेगी और युवाओं को सशक्त बनाने के रोमांचक अवसर मिलेंगे।

सत्र को संबोधित करते हुए कुलपति प्रो.अंबरीश शरण विद्यार्थी ने कहा कि इस तरह के मंथन सत्र तकनीकी शिक्षा के विकास को नया दृष्टिकोण प्रदान करता हैं। तकनीकी शिक्षा में अनुभवात्मक शिक्षा को बढ़ावा देने हेतु “आइडिया लैब उत्कृष्ट और महत्वपूर्ण लैब है जो की युवा नवोन्मेषकों और उद्यमियों के लिए सुनहरा अवसर साबित हो रही हैं। इंजीनियरिंग कॉलेजों में इन आईडिया लैब्स की स्थापना राज्य के नवाचार का पारिस्थितिकी तंत्र को मजबूत करेगा। बीटीयू की आईडिया लैब शिक्षकों को राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 में “बहुविषयक शिक्षा और अनुसंधान” पर जोर देने के लिए प्रोत्साहित करने में अपनी सफल भूमिका का निर्वाह कर रही है।

कार्यक्रम संयोजक और कुलपति के विशेषाधिकारी डॉ धमेंद्र यादव ने कहा कि हमे युवाओं को ऐसा कौशल प्रदान करना जो उन्हें उस प्रौद्योगिकी तक की पहुँच प्रदान करते उन्हें समाधान प्रस्तुत करने में वैज्ञानिक रूप से सक्षम और सजग बनाएगी। आइडिया लैब के माध्यम से ऐसे असंख्य युवा अन्वेषकों को तैयार करने में मदद मिलेगी, जो आने वाले समय में युवा उद्यमियों के रूप में विकसित होंगे और भारत का अभूतपूर्व विकास सुनिश्चित करेंगे। डीन अकादमिक डॉ. अमित माथुर ने कहा कि तकनीकी संस्थानों में पढ़ रहे विद्यार्थियों के कौशल विकास में इस आइडिया लैब की महत्वपूर्ण भूमिका होगी।आइडिया लैब स्कीम के तहत छात्रों को विज्ञान, प्रौद्योगिकी, इंजीनियरिंग को बढ़ावा देने के लिए प्रोत्साहित किया जाना है।

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