राजस्थान तकनीकी विश्वविद्यालय मे उद्यमिता प्रोत्साहन कार्यशाला का आयोजन
प्रमुख संवाद
कोटा, 28 सितंबर, राजस्थान तकनीकी विश्वविद्यालय कोटा के ट्रेनिंग एवं प्लेसमेंट डिपार्टमेंट, इनोवेशन-इनक्यूबेशन सेल एवं स्वावलंबी भारत अभियान, कोटा के संयुक्त तत्वावधान में एक दिवसीय कार्यशाला का सफल आयोजन किया गया।
जनसंपर्क अधिकारी डॉ एस डी पुरोहित ने बताया की इसका उदेश्य “रोजगार मांगने वाले नहीं, रोजगार देने वाले बनें” की थीम के साथ छात्रों को स्वावलंबी बनने के लिए प्रेरित करना था, ताकि वे सिर्फ नौकरी पाने की चाह रखने वाले न बनें, बल्कि स्वयं रोजगार उत्पन्न करने वाले उद्यमी बन सकें।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए कुलपति प्रोफेसर एस.के. सिंह ने अपने उद्बोधन में कहा की वर्तमान समय में विद्यार्थियों में उद्यमिता, स्वावलम्बन एवं कौशल विकास करना आवश्यक है। उन्होंने बताया की किस प्रकार विश्वविद्यालय के इन्नोवेशन एंड इनक्यूबेशन सेल के माध्यम से छात्रों को स्टार्टअप्स विकसित करने के लिए विशेषज्ञ मार्गदर्शन प्राप्त कर सकते है। उन्होंने नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति की सराहना करते हुए इसे स्वावलंबन एवं भविष्य के उच्च शिक्षा के लक्ष्यों को प्राप्त करने के अनुकूल बताया। उन्होंने वर्तमान समय में ज्ञान-आधारित अर्थव्यवस्था की महत्ता पर जोर देते हुए कई सफल स्टार्टअप्स के उदाहरण दिए, ताकि छात्र समझ सकें कि ज्ञान और नवाचार किस प्रकार रोजगार सृजन में सहायक हो सकते हैं।
मुख्य वक्ता रूपी देवी कन्या महाविद्यालय, भीलवाड़ा की प्राचार्य डॉ. ज्योति वर्मा ने छात्रों को स्वावलंबी बनने के महत्वपूर्ण मंत्र दिए। उन्होंने छात्रों से आह्वान किया कि वे शिक्षा के दौरान ही छोटी-मोटी कमाई शुरू करें, जिससे उनके विचार व्यवसाय की दिशा में बढ़ सकें। डॉ. वर्मा ने कहा कि छात्रों में स्वदेशी, देशभक्ति एवं संस्कार की भावना का विकास निश्चित रूप से उनके भविष्य को उज्ज्वल बनाएगा और उन्हें आगे बढ़ने का मार्ग दिखाएगा।
विख्यात उद्योगपतियों और स्टार्टअप संस्थापकों के साझा किए अपने अनुभव:
इस अवसर पर कोटा के उद्योगपति प्रेम भाटिया, ई सरल के संस्थापक एनके गुप्ता, मधुबन डेंटल अस्पताल के संस्थापक डॉ. विवेक सक्सेना, मोरपा फार्म के संस्थापक हरीश अग्रवाल, गउ ऑर्गेनिक्स के संस्थापक अमनप्रीत सिंह, बिट-टू- बाइट के संस्थापक पंकज शर्मा, प्रॉफिट स्टार्टअप के संस्थापक प्रशस्थ जैन,आई स्टार्ट कोटा के मेंटर श्री कौस्तुभ भट्टाचार्य, स्टार्टअप की ऐश्वर्या, आरकेट कोटा के आशुतोष, और एटीवीसी स्टार्टअप के चंद्रेश शर्मा सहित कोटा के प्रतिष्ठित उद्योगपतियों और स्टार्टअप फाउंडर्स ने अपने अनुभव छात्रों के साथ साझा किए और उन्हें कौशल विकास के साथ आत्मनिर्भर बनने की प्रेरणा दी।
कार्यशाला मे आरटीयू कोटा के ट्रेनिंग एंड प्लेसमेंट के प्रभारी डॉ. मनीष चतुर्वेदी एवं शांतिलाल मीणा, स्वावलंबी भारत अभियान चित्तौड़गढ़ श्री हनुमान प्रसाद गुप्ता, स्वदेशी जागरण मंच, कोटा के राजेंद्र हाड़ा ने भी अपना मार्गदर्शन प्रदान किया।