एक गणपति प्रतिमा ऐसी भी : शोभायात्रा में नगर भ्रमण कर जल स्नान किया, वापस अपने स्थान पर लोटे
संजय कुमार
कोटा, 18 सितंबर।
कर्मयोगी सेवा संस्थान कोटा जिला अध्यक्ष अनिल कुमार शर्मा के संयोजन में गुरुधाम कॉलोनी रोटेदा सोगरिया स्थित मुख्यालय पर स्थापित 16 किलो नारियल के रेशे से निर्मित इको फ्रेंडली गणपति प्रतिमा को मंगलवार को विधिवत् पूजन कर सूरजपोल गेट के पास से मुख्य शोभायात्रा में सम्मिलित किया गया। संस्थापक राजाराम जैन कर्मयोगी रावण सरकार ने बताया कि पर्यावरण की सुरक्षा के लिए संदेश देते हुए 10 हजार पंपलेट शोभायात्रा में वितरित किए गए। जिसमें जल संरक्षण का संदेश दिया गया।
उन्होंने बताया कि जल प्रकृति की अनमोल संपदा है। जलीय जीवों की सुरक्षा होगी तो जल शुद्ध होगा। दूषित पेयजल समस्त बीमारियों का कारण है। गणपति की प्रतिमा को विसर्जित करने की परंपरा को प्राकृतिक संतुलन के साथ जोड़ते हुए जलीय जीवों की सुरक्षा एवं पर्यावरण की रक्षा करें। बढ़ते जल प्रदूषण को रोकने का उत्तरदायित्व हम सभी का है।
कर्मयोगी सेवा संस्थान जिला मुख्यालय पर स्थापित की गई साढ़े 3 फीट की इको फ्रेंडली गणेश प्रतिमा शहर की एकमात्र ऐसी प्रतिमा है। जिसे वर्ष 2021 से विसर्जित नहीं किया जाता। शोभायात्रा में सम्मिलित करते हुए पर्यावरण बचाने का संदेश देते हुए बारहद्वारी तक ले जाकर जल स्नान करवाने के पश्चात वापस मुख्यालय पर लाकर स्थापित किया जाता है। प्रतिमा वर्षभर पूजा अर्चना की जाती है।