राजस्थान

भारतीय किसान संघ का शक्ति संगम, किया मिनी सचिवालय पर प्रदर्शन, ज्ञापन देकर रखी मांगें

प्रमुख संवाद

झालरापाटन/ झालावाड़, 10 सितम्बर।
भारतीय किसान संघ की ओर से सोमवार को अपनी विभिन्न मांगों को लेकर झालावाड़ मिनी सचिवालय पर जबरदस्त प्रदर्शन किया गया। इससे पहले झालरापाटन स्थित महाराजा हरिश्चन्द्र कृषि उपज मंडी प्रांगण में खुला अधिवेशन ‘किसान शक्ति संगम’ आयोजित किया गया। जिसमें गोरक्षधाम सेवा प्रन्यास के बाबा निरंजननाथ अवधूत ने अध्यक्षता की। भारतीय किसान संघ के राष्ट्रीय महामंत्री मोहिनी मोहन मिश्र मुख्य वक्ता थे। किसान शक्ति संगम में सभा के बाद बैलगाड़ी, ट्रैक्टर समेत अन्य वाहनों के साथ रैली के रुप में नारेबाजी करते हुए बड़ी संख्या में किसानों ने मिनी सचिवालय कूच किया। रैली मंडी प्रांगण से प्रारंभ होकर गिंदोर, खंडिया चौराहा, खेल संकुल, बस स्टैंड, निर्भय सिंह सर्किल, गायत्री मंदिर अस्पताल होते हुए मिनी सचिवालय पहुंची। जहां पहुंचकर जिला कलेक्टर को विभिन्न मांगों को लेकर प्रधानमन्त्री और मुख्य्मंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा।

खुले अधिवेशन को संबोधित करते हुए मोहिनी मोहन मिश्र ने कहा कि सरकार से हम पानी ही तो मांग रहे हैं। वह भी उनके घर का नहीं मांग रहे हैं। पानी भगवान की देन है। सरकार को केवल खेत तक पहुंचाने की व्यवस्था करनी है।

उन्होंने कहा कि पानी नहीं दे सकते तो बिजली ही दे दो पानी तो हम खुद खींच लेंगे। मोहिनी मोहन मिश्र ने कहा कि सोयाबीन के दाम गिरते गिरते लागत मूल्य से भी कम हो गए हैं। सरकार को इस पर बोनस देना चाहिए। राजस्थान का किसान देश को सरसों, सब्जियां समेत कईं खाद्यान्न देता है। सरकार को हर खेत को पानी देने का वादा करते-करते 70 साल हो गए, लेकिन अभी तक खेत तक पानी नहीं पहुंच पाई है। सरकार हर हाथ को रोजगार देने की बात करती रही, लेकिन कोरोना में किसानों ने जनता को रोजगार देने का काम किया। मोहिनी मोहन मिश्र ने कहा कि हम देश का अहित नहीं चाहते, लेकिन सरकार इसे हमारी मजबूरी ना समझे।

बाबा निरंजन नाथ अवधूत ने कहा कि भारतीय किसान संघ संपूर्ण देश का प्रतिनिधित्व करता है। सरकारें किसान के बारे में सोचें, जाति, मत, पंथ के बारे में नहीं। किसान का हित ही भारत का हित है। मंच संचालन जिलाध्यक्ष राधेश्याम गुर्जर ने किया। इस दौरान सम्भाग अध्यक्ष गिरीराज चौधरी ने भी संबोधित किया।

ट्रेक्टरों की लगी लाइनें
प्रदर्शन में झालावाड़ जिले की 13 तहसील झालरापाटन, रायपुर, बकानी, सुनेल, पिड़ावा, पचपहाड़, खानपुर, अकलेरा, मनोहरथाना, डग, गंगाधर, असनावर, सारोला समेत प्रान्त के 16 जिलों से से बड़ी संख्या में किसान आए थे। इस दौरान जिले की 800 ग्राम समितियों से लगभग 500 से अधिक ट्रैक्टर, बस और अन्य वाहन लेकर किसान पहुंचे। ऐसे में, मंडी के आसपास रोड़ पर ट्रैक्टरों की लंबी लाइनें लग गई।

नारों से गूंजा आसमान
रैली के दौरान किसानों ने भगवान बलराम और भारत माता के जयकारों से आसमान गूंजा दिया। किसानों ने अपने हाथों में नारे लिखी तख्तियां ले रखी थी। रंग बिरंगी पगड़ियों में सजे किसान प्रांत के सभी जिलों का प्रतिनिधित्व कर रहे थे। इस दौरान “कौन बनाता हिंदुस्तान.. भारत का मजदूर किसान.. हम अपने अधिकार मांगते नहीं किसी से भीख मांगते.. गौ माता को जीने दो, दूध की नदियां बहने दो.. सरीखे नारे गुंजायमान हो रहे थे।

मौसम ने ली परीक्षा
सुबह-सुबह मौसम में कुछ ठंडाई होने के बाद दिन में जबरदस्त सूरज ने तल्खी दिखाई। इसके बावजूद भीषण धूप में किसान 3 घंटे तक पहले मंडी प्रांगण में और फिर सचिवालय पर डटे रहे।

ज्ञापन दिया रखी मांगें
भारतीय किसान संघ के प्रतिनिधि मंडल ने जिला कलेक्टर से मिलकर मुख्यमंत्री और केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान के नाम ज्ञापन सौंपा। जिसमें उन्होंने सोयाबीन की एमएसपी को बढ़ाकर और सोयाबीन पर बोनस देने की मांग की। वही पेयजल, बीमा, मंडी, सिंचाई, विद्युत संबंधी विभिन्न समस्याओं के बारे में बात की। प्रतिनिधि मंडल में अखिल भारतीय अधिकारी कैलाश गेंदोलिया, प्रदेश अध्यक्ष दलाराम चौधरी, प्रांत अध्यक्ष शंकरलाल नागर, जिला अध्यक्ष राधेश्याम गुर्जर, प्रांत प्रचार प्रमुख आशीष मेहता, प्रांत महिला प्रमुख रजनी नागर, जिला मंत्री कारुलाल तथा जिला प्रचार प्रमुख महेश मेहर मौजूद रहे।

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