माइलस्टोन टाउनशिप : पट्टा यूआईटी कोटा का रजिस्ट्री बूंदी जिले में हुई, दो जिलों की सीमाओं में आने से रुका कॉलोनी का विकास
संजय कुमार
कोटा, 09 सितम्बर। 60 फिट केनाल / बूंदी रोड स्थित माइलस्टोन टाउनशिप कॉलोनी (डेरा सच्चा सौदा के पास) वासियों ने मूलभूत सुविधाओं के अभाव व समस्याओं के निराकरण के लिए कॉलोनी के पार्क में मीटिंग बुलाई तथा कोलोनाइजर शुभम ग्रुप के सेल्स ऑफिस पर विरोध प्रदर्शन कर जमकर नारेबाजी की।
कॉलोनी वासियों ने बताया कि वर्ष 2016 में शुभम ग्रुप ने कॉलोनी बसाई थी जब रोड़ लाइट व कुछ घरों में लाइट व्यवस्था के लिए डीपीयां लगाई गई थी किन्तु आज यहां लगभग साठ- सत्तर मकानों को उन्हीं कम पॉवर की डीपीयों से विद्युत आपूर्ति की जा रही जिससे दिन में कई बार बत्ती गुल रहती है। वहीं कई बार रोड़ लाइट्स बंद होने से कॉलोनी वासी अंधेरे में रहने को मजबूर है। आखिर कॉलोनी में रहने वाले निवासी किसके पास अपनी गुहार लगाये। कॉलोनाइजर ने तो अपना माल बेचने के लिए हमें बेवकूफ बनाया और प्रशासन भी कोटा बूंदी के नाम से हमें फुटबॉल बनाकर खेल रहा है कारण कॉलोनी के प्लाटों का पट्टा यूआईटी कोटा से बना हुआ है परंतु जिला सीमांकन रेखा की वजह से मकान की रजिस्ट्री बूंदी जिले में हुई है। अब मूलभूत सुविधाओं की मांग को लेकर कॉलोनीवासी सिर्फ फुटबॉल बनकर रह गए हैं।
कॉलोनी में रहने वाले व्यवसाई राजेन्द्र गोयल ने बताया कि कॉलोनी के रोड़ जर्जर हालत में हैं, न तो इन्हें कॉलोनाइजर ठीक करवा रहा है, न ही केडीए और कोटा – बूंदी जिले के बीच फंसे होने से जिला प्रशासन भी नहीं। पानी सप्लाई भी कॉलोनाइजर द्वारा समयबद्ध की जाती है जबकि प्लॉट्स बेचते समय 24×7 पानी सप्लाई बताई गई थी। कॉलोनी में ड्रेनेज सिस्टम नहीं होने से नालियां भरी हुई है, खाली प्लॉट्स में पानी भरा हुआ है। कॉलोनी के पार्क जंगल बन गए हैं । पार्कों का रखरखाव नहीं किया जा रहा।
कोलोनीवासी व पेशे से शिक्षक पवन मीणा ने बताया कि हाल ही में 60 फिट केनाल रोड़ का निर्माण किया गया था जो इतना घटिया सड़क निर्माण हुआ कि एक बारिश भी बर्दाश्त नहीं कर सका। कॉलोनी में प्लॉट्स बेचते समय कॉलोनाइजर ने झूठ बोला कि कॉलोनी में स्कूल, चौपाटी, कम्युनिटी सेंटर निर्मित करके दिया जाएगा तथा सरकारी नियमानुसार घरों की बसावट होने के बाद ही कॉलोनी वासियों की सोसाइटी बनाकर उन्हे कॉलोनी सुपुर्द की जायेगी। अभी कॉलोनाइजर कॉलोनीवासियों पर दबाव बना रहे हैं कि साठ- सत्तर परिवार यहां रहने लगे हैं, आप सोसाइटी बना लीजिए।
मूलभूत सुविधाओं के अभाव में कॉलोनी वासियों में भयंकर आक्रोष व्याप्त है जिसके चलते उन्होंने सेल्स ऑफिस पहुंचकर ऑफिस इंचार्ज को ज्ञापन सौंपा तथा पन्द्रह दिन में कॉलोनी की दशा सुधारने की मांग की अन्यथा उग्र आंदोलन की चेतावनी दी, जिसकी समस्त जिम्मेदारी शुभम ग्रुप की होगी।