तीज माता की सवारी के साथ निकली भव्य शोभायात्रा, मेले का हुआ आगाज
संजय कुमार
कोटा, 07 अगस्त। श्रावणी तीज मेला आयोजन समिति के तत्वावधान में बुधवार को उमरावमल पुरोहित सभागार से तीज माता की सवारी के साथ भव्य शोभायात्रा निकाली गई। विशेष पुष्पों से सुसज्जित बग्गी में सोलह श्रृंगार से सजी धजी तीज माता की सवारी ठाठ बाट के साथ पारम्परिक मार्ग से निकली। इसके साथ ही 57वें तीज मेले का भी आगाज हो गया।
मेला सह संयोजक राजाराम जैन कर्मयोगी ने बताया कि शोभायात्रा कोटा जंक्शन से प्रारंभ होकर शीतला माता चौक, रानीजी की धर्मशाला होते हुए भीममंडी थाने के सामने से नर्मदेश्वर महादेव मंदिर पहुंची। जहां पर तीज माता की भव्य महाआरती की गई। उसके पश्चात शोभायात्रा का भरावा सदन पर पहुंचकर विश्राम हुआ। शोभायात्रा में ख्याति प्राप्त जैमिनी बैंड की मधुर स्वर लहरियां गूंज रही थीं। विभिन्न अंचलों से आए लोक कलाकारों द्वारा अलगोजा, कच्छी घोड़ी, भवई नृत्य समेत अन्य सांस्कृतिक प्रस्तुतियां प्रमुख आकर्षण का केंद्र थीं। शोभायात्रा में तीज माता की सवारी के साथ- साथ शिव पार्वती और राधा कृष्ण की झांकी भी सजाई गई थी। परंपरागत परिधान लहरिया में सजी संवरी महिलाएं शामिल हुई। मार्ग में विभिन्न स्थानों पर स्वागत द्वार लगाए गए। मेले के संस्थापक नंदकिशोर भरावा और भंवरलाल भरावा को श्रद्धा सुमन समर्पित किए गए। समिति द्वारा शोभायात्रा मार्ग में 57 किलो घेवर के प्रसाद वितरण किया गया।
शोभायात्रा की रवानगी से पूर्व उमरावमल पुरोहित सभागार में लोक कलाकारों द्वारा रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रस्तुति दी गई। लोक कलाकार गजानन मस्ताना एंड पार्टी ने तेजाजी गायन के साथ कच्छी घोड़ी नृत्य की प्रस्तुति दी। इस दौरान महिलाओं को सुनीता भरावा, रूपाली भरावा, अलका दुलारी कर्मयोगी ने सुहाग चूडा एवं श्रृंगार सामग्री भेंट की।
तीज मेले का हुआ आगाज
शोभायात्रा के साथ ही स्टेशन स्थित हाट बाजार में लगने वाला 11 दिवसीय तीज मेले का भी आगाज हो गया। मेले में 11 दिनों तक विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। मेले में दूरदराज से व्यापारी पहुंच चुके हैं।पहले दिन चकरी, झूले, खिलौने की दुकानें, चाट पकौड़े की स्टाल पर खासी भीड़ रही।