20 साल से शिक्षा का मंदिर छप्पर में … बारिश में बैठने तक की जगह नहीं रहती
बमोरी का ग्राम काली भोट स्कूल जो आज भी तिरपाल के नीचे चलता
प्रमुख संवाद, 12 जुलाई।
गुना | कपासी पंचायत के काली भोंट गांव का प्रायमरी स्कूल 20 साल से इस छप्पर के नीचे लग रहा है। बारिश के दिनों में तो बच्चों को बैठने तक की जगह नहीं रहती। बच्चे खड़े रहकर पढ़ाई करते हैं। वन विभाग स्कूल की बिल्डिंग बनाने की अनुमति नहीं दे रहा है, जबकि शिक्षा विभाग ने 20 साल पहले स्कूल मंजूर किया। 2 टीचर नियुक्त किए तब कोई आपत्ति नहीं की गई। 2 बार बिल्डिंग के लिए राशि मंजूर हो चुकी है। पहले 8 लाख मिले जो लेप्स हो गए अब 11.80 लाख मंजूर होकर 1 साल से पंचायत के खाते में पड़े हैं। वन विभाग से मंजूरी न मिली तो ये भी लेप्स हो जायेंगे। इतनी परेशानियों के बाद भी बच्चे इस टपरी नुमा स्कूल में पढ़ने आ रहे है। देखना है कि इस गांव के ये ग्रामीण बच्चे और कितने सालों तक इसी तरह भीगते हुए पढ़ते रहेगें।
मामले को लेकर डीएफओ अक्षय राठौर ने बताया कि मुझे इस स्कूल की जानकारी आप के द्वारा मिली हैं मैं जल्द इस मामले को समझकर बनवाने की कोशिश करूंगा, जो संभव होगा वो किया जाएगा।