‘एक पेड़ मां के नाम’ अभियान के तहत विधायक ने किया वृक्षारोपण
वृक्ष ही धरती का अनुपम श्रृंगार - संदीप शर्मा
संजय कुमार
कोटा, 8 जुलाई। विधायक संदीप शर्मा ने कहा है कि वृक्ष धरती का अनुपम श्रृंगार हैं और धरती को हमारे रहने लायक बनाने में पेड़ों का अभूतपूर्व योगदान है इसलिए प्रत्येक व्यक्ति का यह दायित्व है कि वो अधिक से अधिक पौधे लगाये। सोमवार को दादाबाड़ी के शास्त्री नगर क्षेत्र में लाल बहादुर शास्त्री पार्क में वाटर कूलर के लोकार्पण एवं वृक्षारोपण किया। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला की प्रेरणा से ‘एक पेड़ मां के नाम’ अभियान के तहत उन्होंने स्वामी विवेकानन्द पार्क एवं गुरू गोविन्द सिंह पार्क में भी पौधे लगाये और आस पास के क्षेत्र में घर घर जाकर लोगों को पौधे वितरित करते हुए हरियाली बढ़ाने में सहभागिता निभाने का आव्हान किया। उन्होंने क्षेत्र में लोगों की समस्यायें भी जानी और मौके पर उपस्थित अधिकारियों को शीघ्र निराकरण के निर्देश दिये। स्थानीय निवासियों ने उन्हें नालियों और पानी के भराव की जानकारी दी तो उन्होंने न्यास अधिकारियों को कहा कि अविलम्ब नालियों के पुनर्निर्माण का कार्य करवाया जाये तथा जल निस्तारण की व्यवस्था की जाये।
विधायक शर्मा ने कहा कि लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला का यह अभियान निश्चित रूप से सराहनीय एवं अनुकरणीय है क्योंकि वृक्ष हमारे जीवन में माता स्वरूप ही हैं, मां की गोद की तरह ही शीतल छांव देता है, मां की तरह ही आहार की व्यवस्था करता है, मां के आंचल की भांति साया बनकर रहता है, इसलिए जिस प्रकार हम अपनी माता की सेवा करते हैं उसी प्रकार हमें अधिकाधिक पौधे लगाकर उनकी सेवा करनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि हमें विरासत में हरी भरी धरती मिली थी लेकिन आबादी बढ़ने और उसकी जरूरतों के उत्पादन के लिए औद्योगिकरण के साथ ही जंगल कट गये और शहरों के रूप में कंक्रीट के जंगल बस गए लेकिन हमें यह समझना होगा कि यदि पेड़ों के साथ सहअस्तित्व का रास्ता नहीं निकाला गया तो मानव का अस्तित्व संकट में होगा। वृक्षाच्छादित धरती पर ही मानव को स्वच्छ और शीतल वायु मिलेगी, इनसे ही समय पर पर्याप्त वर्षा होगी और जमीन का कटाव रूकेगा।
इस अवसर पर पार्षद रामबाबू सोनी, पार्षद प्रमिला वर्मा, मण्डल अध्यक्ष धर्मेन्द्र हाड़ा, शैलेन्द्र ऋषि, चन्द्रभान आहुजा, गजेन्द्र विजय, नवल, योगेश शर्मा, राजेश बुद्धराजा, मंजीत तंवर, हेमन्त वर्मा, करण गुप्ता, घनश्याम ओझा, उम्मेद सिंह, सत्येन्द्र शर्मा, सी बी खण्डेलवाल, योगेश भार्गव, गोपाल शर्मा, परसराम झामनानी, अजय शर्मा, सुगन चन्द, विवेक सक्सेना, प्रेमशंकर, श्याम लाल गुप्ता, नरेन्द्र शर्मा आदि प्रमुख रूप से उपस्थित थे।