इंजीनियर पर जानलेवा हमला कर एक्सीडेंट का रूप देने की साजिश रचने वाले अभियुक्त गिरफ्तार
संजय कुमार
कोटा 29 जुलाई। जिला पुलिस अधीक्षक शहर डॉ. अमृता दुहन ने बताया कि दिनांक 25 जून 2024 को थाना दादाबाडी क्षेत्र के 6D 27 महावीर नगर विस्तार योजना में गली में PHED अभियन्ता पर वाहन पिकअप से जानलेवा हमला करने वाले अज्ञात मुलजिमान को जात कर शीघ्र गिरफ्तारी हेतु थाना दादाबाड़ी पर विशेष टीमों का गठन किया गया।टीमों द्वारा कार्यवाही करते हुए अधिशाषी अभियन्ता पर जानलेवा हमला कर एक्सीडेन्ट का रूप देने की साजिश रचने वाला सुखेर थाना उदयपुर का एचएस नरेश वाल्मिकी व पिकअप चालक सुनिल मीणा व घटना की स्कूटी से रैकी कर पिकअप चालक को सुचना देने वाला व घटना के बाद आरोपियो को स्कूटी पर बैठाकर फरार करवाने में सहायता करने वाला मुलजिम रोहित उर्फ फरारी मेघवाल को गिरफ्तार करने में सफलता अर्जित की है।
घटना क्रम – दिनांक 29 जून 2024 को मजस्व बने सिंह मीणा ने पर्चा बयान किया कि मैं वर्तमान में अधिषाशी अभियन्ता के पद पर पदस्थापित हूं जो दादाबाड़ी में स्थित है। दिनांक 25.06.2024 को करीबन 6 PM से 6.15 PM की बात है। मैं मेरे कार्यालय PHED ऑफिस दादाबाडी से तीन बत्ती चौराहे होते हुए अस्थाई निवास 6 D 27 महावीर नगर विस्तार योजना के लिए गली के अन्दर जा रहा था कि अचानक सामने से अति तिव्र गति से एक लोडिग वाहन पिकअप को चालक तेज गति से चलाता हुआ आया तो मैं अपने बचाव के लिए पास के मकान के रेम्प पर खड़ा हो गया उसके उपरांत भी उक्त वाहन के चालक ने जानबुझकर मुझे जान से भारने की नियत से जोर से टक्कर मारी जिस पर मेरे बांये पैर व दाहिने हाथ में चोट आई है व पेर में ऑपरेशन होकर रोड डाली गयी है व दाहिने पैर के घुटने के उपर भी चोट लगी है व मेरे पीछे रीड की हड्डी के निचले हिस्से में भी चोट लगी है व सौर में भी दर्द है। मेरे अलावा पास में खड़ी कार को भी टक्कर मार दी मै उनके सामने आने पर पहचान सकता हूँ।
पुलिस कार्यवाही उक्त पर्चा बयान पर थाना दादाबाडी पर हत्या के प्रयास में प्रकरण दर्ज कर अनुसंधान प्रारम्भ किया गया दौराने अनुसंधान गठित टीम द्वारा घटना स्थल के आस पास के सीसीटीवी फुटेज चैक किये गये तो पाया कि एक पिकअप नम्बर RJ 09 GB 1692 के द्वारा परिवादी अधिशाषी अभियन्ता बने सिंह की मोटरसाईकिल पर जान बुझकर तीव्र गति से पिकअप को चलाकर टक्कर मारी जिस पर बेलेन्स बिगड़ने पर वहां खड़ी एक अन्य कार को भी टक्कर मार दी तथा पिकअप में सवार चालक व एक अन्य व्यक्ति पिकअप से उतरकर थोडी दूर खड़ी एक एक्टीवा चालक के साथ आगते हुए संदिग्ध अवस्था में नजर आये। जिस पर अनुसंधान करते हुए पाया गया कि उक्त स्कूटी चालक अधिशाषी अभियंता का पीएचईडी ऑफिस दादाबाड़ी से पीछा करता हुए तीन बती चौराहे दादाबाड़ी तक आता है तथा मजस्व की रैकी कर पिकअप हमलावरों को सूचना देता है तथा पिकअप चालक व उसका साथी मजरुब पर पिकअप से टक्कर मारकर जानलेवा हमला कर स्कूटी पर सवार होकर फरार हो गये।
मुलजिमान की तलाश पतारसी पिकअप के गाडी नम्बर के आधार शुरु की गई जिसके क्रम में एक टीम रमेश चन्द्र उप निरीक्षक के नेतृत्व में गठन कर उदयपुर भेजा गया जहां से पिकअप चालक का साथी अशोक आचार्य को बापर्दा तथा पिकअप का मालिक नरेन्द्र रावल व पिकअप उपलब्ध कराने वाले मोहम्मद हुसैन व राजेश साहू को प्रकरण में पूर्व में ही गिरफ्तार किया जा चुका है तथा घटना कारित करने के लिए प्रयुक्त पिकअप को भी पूर्व में जप्त किया जा चुका है। परन्तु घटना की साजिश रचने वाला सुखेर थाना उदयपुर का एचएस नरेश वाल्मिकी तथा पिकअप चालक व स्कूटी से रैकी करने वाला मुलजिम फरार होने में सफल हो गये थे जिनको उदयपुर जाकर कई बार तलाश किया गया परन्तु अभियुक्तगण अपने निवास से फरार होने व बार चार अपना ठिकाना बदलने के कारण पुलिस से बचने में कामयाब हो रहे थे। परन्तु टीम द्वारा मुखबिर आसुचना एवं तकनिकी साधनों से मुलजिमानी का लगातार पीछा कर अथक प्रयासों के बाद घटना की साजिश रचने वाला थाना सुबेर जिला उदयपुर का एचएस नरेश वाल्मिकी व पिकअप से मजख्य को टक्कर मारने वाला मुलजिम सुनिल मीणा तथा मजब्ब की रैकी कर पिकअप चालको को सुचना देने एवं फरार कराने में मदद करने वाला मुलजिम रोहित उर्फ फरारी मेघवाल को टीम द्वारा उदयपुर से हिटेन कर बाद अनुसंधान प्रकरण में गिरफ्तार कर लिया गया गया है। मुलजिम नेरश वाल्मिकी सुखेर थाना जिला उदयपुर का हिस्ट्रीशीटर अपराधी है जिसके खिलाफ पूर्व में भी हत्या हत्या का प्रयास एवं अन्य गम्भीर धाराओं में 33 प्रकरण दर्ज है। मुलजिमान से प्रकरण में अनुसंधान किया जा रहा है।
घटना का उद्देश्य पीएचईडी के अधिषाशी अभियन्ता बन्ने सिंह मीणा पर पीएचईडी के ठेकेदार मनोज बागडी द्वारा एचएस नरेश वाल्मिकी से मिलकर षडयंत्र रचकर मुलजिमानों द्वारा पिकअप से टक्कर मारकर जान से मारने की घटना कारित की थी क्योकि पीएचईडी के अधिषाशी अभियन्ता बन्ने सिंह मीणा द्वारा उदयपुर में पोस्टिंग के दौरान ठेकेदार मनोज बागडी के फर्जी बिलों पर हस्ताक्षर करने से मना कर दिया था जिससे पीएचईडी का ठेकेदार मनोज बागडी क्रोधित था और बदला लेने की नियत एचएस नरेश वाल्मिकी के साथ मिलकर षडयंत्र रचकर हमला कराया था। पीएचईडी का ठेकेदार मनोज बागडी अभी फरार चल रहा है जिसकी सरगरमी से तलाश जारी है।