दर्शनार्थियों को मिलेगी सुविधा, धार्मिक पर्यटन के द्वार खुलेंगे, प्राचीन श्रीमथुराधीश जी मंदिर के परिक्रमा मार्ग का होगा विकास – संदीप शर्मा
संजय कुमार
कोटा, 06 जून।
विधायक संदीप शर्मा ने कहा है कि लाखों लोगों की आस्था के केन्द्र प्राचीन भगवान मथुराधीश जी मंदिर के परिक्रमा मार्ग का विकास होगा जिससे यहां आने वाले दर्शनार्थियों को सुविधा मिलेगी। विधायक शर्मा ने गुरूवार प्रातः श्री मथुराधीश जी मंदिर में दर्शन करने के बाद नगर विकास न्यास सचिव कुशाल कोठारी व अन्य अधिकारियों के साथ मंदिर परिसर, संलग्न क्षेत्र एवं परिक्रमा मार्ग का निरीक्षण किया तथा उन्हें विकास के लिए विस्तृत परियोजना रिपोर्ट बनाने को कहा।
ज्ञात हो कि विधायक शर्मा द्वारा विधानसभा में मथुराधीश जी मंदिर के विकास का मामला उठाने के बाद बजट घोषणा में मथुराधीश जी सहित प्रदेश के 15 मंदिरों के विकास के लिए 300 करोड़ रूपये का आवंटन किया गया था, अब लोकसभा चुनाव आचार संहिता समाप्त होने के बाद इस कार्य को गति दी जायेगी। इस अवसर पर मंदिर प्रशासक मोनू व्यास व मंदिर समिति ने उनका अभिनन्दन किया तत्पश्चात विधायक शर्मा ने मंदिर समिति सदस्यों से मंदिर विकास के विषय में चर्चा भी की।
संदीप शर्मा, विधायक कोटा दक्षिण
विधायक शर्मा ने बताया कि वल्लभ सम्प्रदाय की सात उप पीठों में कोटा मथुराधीश जी प्रथम पीठ हैं इसलिए इनकी मान्यता भी अधिक है, वहीं इस मंदिर का परिक्षेत्र नाथद्वारा श्रीनाथ जी मंदिर क्षेत्र की प्रतिकृति ही है, इस प्रकार यदि यहां पर सम्पूर्ण सुविधायें उपलब्ध करवाई जायें तो नाथद्वारा की तरह ही कोटा में धार्मिक पर्यटन के द्वार खुल जायेंगे। उन्होंने कहा कि स्थान के अभाव के कारण प्रतिवर्ष जन्माष्टमी, नन्द महोत्सव, अन्नकूट एवं होली के अवसर पर आयोजित होने वाले बड़े उत्सवों में यहां जाम की स्थिति उत्पन्न हो जाती है और अनेक धर्मप्रेमी तो मंदिर तक पहुंच ही नहीं पाते, जन्माष्टमी पर तो भगवान के दर्शन करना ही मुश्किल हो जाता है। उन्होंने आरोप लगाया कि पूर्ववर्ती कांग्रेस शासन में शहर में हजारों करोड़ के विकास कार्य हुए, यहां तक कि 1500 करोड़ का रिवर फ्रंट बना दिया जो इस मंदिर से कुछ कदम की ही दूरी पर है लेकिन फिर भी लाखों लोगों की आस्था के केन्द्र इस मंदिर को विकास से पूर्णतया अछूता रखा गया है। कांग्रेस ने तुष्टीकरण की नीति अपनाते हुए वर्ग विशेष के लिए सभी विकास करवाये लेकिन इस मंदिर को दरकिनार कर धार्मिक श्रद्धालुओं की भावनाओं पर कुठाराघात किया है। लेकिन अब भारतीय जनता पार्टी के शासन में हम इस मंदिर के विकास के लिए कटिबद्ध हैं, इसीलिए सरकार के पहले बजट में इस मंदिर को शामिल करते हुए प्रदेश में मंदिरों के विकास के लिए 300 करोड़ की राशि जारी की गई।
विधायक संदीप शर्मा ने अधिकारियों को कहा कि अभी बजट घोषणा की राशि से प्रथम चरण के काम करवाये जायें और आगामी समय के लिए कॉरीडोर एवं पर्यटन संबंधी बड़ी कार्ययोजना तैयार की जाये, त्यौहारों पर देशभर से दर्शनार्थी यहां आना चाहते हैं लेकिन आवास और पार्किंग की व्यवस्था नहीं होने के कारण उनकी आस अधूरी रह जाती है इसलिए ऐसी योजना तैयार की जाये जिसमें श्रद्धालुओं के आवास, वाहनों की पार्किंग, आवागमन से सुविधा की सम्पूर्ण व्यवस्था हो। इसके लिए मंदिर समिति, संत समाज, स्थानीय व्यापारियों, निवासियों और शहर के गणमान्य लोगों से भी सलाह ली जाये।
विधायक संदीप शर्मा ने उपस्थित अधिकारियों को कंसल्टेंट नियुक्त कर तत्काल इस कार्य की डीपीआर तैयार कर निर्माण शीघ्र प्रारम्भ करवाने को कहा। इस पर न्यास सचिव कुशाल कोठारी ने उन्हें आश्वस्त करते हुए कहा कि आचार संहिता के कारण विकास कार्यों पर प्रतिबन्ध था लेकिन अब लोगों की धार्मिक भावनाओं का आदर करते हुए मंदिर कॉरीडोर एवं परिक्रमा मार्ग के विकास कार्य प्राथमिकता से करवाये जायेंगे। इस दौरान न्यास के अधीशाषी अभियंता नवीन सिंहल सहित अन्य अधिकारी एवं अभियंता उपस्थित रहे। निरीक्षण में वार्ड पार्षद दिलीप अरोड़ा, युवा नेता हरीश राठौड़, राजेन्द्र गौतम, रासबिहारी पारीक, तेजकरण अंची, त्रिलोक जैन, शैलेन्द्र मेहरा सहित कई व्यापारी और स्थानीय लोग उपस्थित थें।