स्टे के वावजूद भूखंडों को बलपूर्वक हथियाने के प्रयास का मामला दर्ज
संजय कुमार
कोटा, 31 मई।
शहर में भूमाफियाओं के हौसले बुलंद हैं। भू माफिया अदालत, पुलिस और प्रशासन की भी नहीं मान रहे हैं। पिछले दिनों दानबाड़ी स्थित भूखण्ड को लेकर में हुए विवाद के बाद उसके ही पास स्थित आगे की और भूमि के मामले में जवाहर नगर थाने में मामला दर्ज हुआ है। जिसमें न्यायालय की निषेधाज्ञा के बावजूद भूमाफियाओं ने फर्जी मुख्तारआम बनवाकर संपूर्ण खसरा नंबर 3/263 की आरजी , जिस पर की 1982 में ही भूखंड काटकर विक्रय किया जा चुके हैं, को किसी अन्य को बेच दिया। जिसका मामला अदालत में लंबित होने और भूखंड के उपयोग पर स्टे के बावजूद भी भूमाफिया बलपूर्वक भूखंड को हथियाने की कोशिश कर रहे हैं।
फरियादी माणकचंद सोनी ने जवाहर नगर थाने में पेश शिकायत में कहा कि जवाहर नगर में 4500 वर्ग फीट का प्लॉट वर्ष 1988 में अशोक शर्मा से खरीदा था। तब से ही मालिकाना हक चला आ रहा है। भूखंड पर दलजीत सिंह, नरेंद्र सिंह और रामरतन ने एक झूठा मुख्तार आम बनवाकर नरेंद्र सिंह को 20 लाख रुपए में बेच दिया। इस खसरा नंबर 3/ 263 की भूमि पर अन्य प्लाट संख्या 2 जिस पर न्यायालय ने 2012 में यथास्थिति कायम रखने के आदेश एवं 2018 में उपयोग उपभोग के संपूर्ण अधिकार दिए थे। इसके बावजूद भूमाफियाओं ने भूखंड का विक्रय पत्र 2018 में निष्पादित करा लिया। वादी माणकचंद सोनी ने बताया कि भूमाफिया दलजीत सिंह, नरेंद्र सिंह हाडा निवासी तलवंडी, रामरतन निवासी गणेश तालाब तथा कुंदन यादव इस भूखंड को बलपूर्वक अनधिकृत रुप से कब्जाने का प्रयास कर रहे हैं। 48 वर्षों से काबिज वादी माणकचंद को खरीदशुदा कब्जा काश्त के भूखंड से अवैध तरीके से हटाने के लिए डराया और धमकाया जा रहा है। भूभाग पर काम करने से रोका जा रहा है। वादी माणकचन्द की शिकायत पर आईपीसी की धारा 420, 406, 467, 468, 471, 120बी, 447, 206 के अंतर्गत प्रकरण दर्ज किया गया है।जिसकी तफ्तीश पुलिस उपाधीक्षक वृत प्रथम राजेश कुमार टेलर को सौंपी गई है I प्रकरण में पुलिस द्वारा धारा 145 की कार्रवाई कर दी गई है इसके बावजूद भू माफिया न्यास के कर्मचारियों से मिलकर संपूर्ण भूखंड की नए सिरे से लेआउट परिवर्तित करना चाह रहे हैं ।
दानबादी की जमीन को लेकर हो चुका विवाद
उल्लेखनीय है कि पिछले दिनों इसी जगह पर दानबाड़ी के पास एक भूखंड को लेकर जैन समाज और अन्य लोगों के बीच विवाद हो चुका है। जिसमें पुलिस की मौजूदगी में भूखंड की दीवार तोड़ने को लेकर खासा विवाद हुआ था। मामले की जांच चल रही है।