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आरटीयू बी.टेक.कोर्स की तीन ब्रांचो के एनबीए एक्रेडिटीशन का 2027 तक विस्तार

संजय कुमार

कोटा, 26 मई।  प्रदेश में इंजीनियरिंग पाठ्यक्रमो के विद्यार्थियों के लिए तकनीकी शिक्षा उच्च मानको के साथ उनके कैरियर निर्माण के लिए आरटीयू नए आयाम स्थापित कर रहा हैं।आरटीयू के सह जनसंपर्क अधिकारी विक्रम राठौड़ ने बताया कि आरटीयू में इंजीनियरिंग पाठयक्रमों की गुणवत्ता एक बार पुनः राष्ट्रीय कसौटी पर खरी उतरी है। नेशनल बोर्ड ऑफ
एक्रेडिटेशन (एनबीए) द्वारा बीटेक की तीन ब्रांचो-मेकेनिकल, इलेक्ट्रोनिक्स एवं कम्यूनिकेशन, इलेक्ट्रोनिक्स इंस्टूमेन्टेशन एंड कंट्रोल, का प्रत्यानन जून 2027 तक के लिए बढा दिया हैं।जिसके साथ ही आरटीयू प्रदेश का सर्वाधिक 8 एनबीए एक्रेडिटेशन वाला प्रथम तकनीकी विश्वविद्यालय बन गया है। प्रदेश में तकनीकी शिक्षा के गुणवत्ता निर्धारण और इंजीनियरिंग पाठ्यक्रमों को वैश्विक पहचान दिलाने की दिशा में राजस्थान तकनीकी विश्विद्यालय द्वारा कुलपति प्रोफेसर एसके सिंह के दूरगामी दृष्टिकोण और उनके निर्देशन में शैक्षणिक गुणवत्ता के क्षेत्र में निरंतर कार्य कर नए मानक निधारित किए गए है, जो विश्वविद्यालय की अकादमिक एक्रेडिटेशन की उपलब्धियों और उत्कृष्टता को निरंतर बढ़ा रहे है।

माननीय कुलाधिपति महोदय श्री कलराज मिश्र जी एवं प्रदेश में तकनीकी शिक्षा के उन्नयन हेतु राज्य सरकार की संकल्पना को साकार करते हुए विश्विद्यालय युवाओं को गुणवत्तापूर्ण उच्च शिक्षा एवं वैश्विक स्तर की मान्यता देने के लिए प्रतिबद्धता के साथ नित नए आयाम स्थापित कर तकनीकी शिक्षा की नीतियों का सफल क्रियान्वयन कर रहा हैं। राज्य सरकार के दृष्टिकोण उच्च, तकनीकी और कौशल शिक्षा को विकसित करते हुए प्रदेश के युवा को सक्षम बनाने के लिए विश्वविद्यालय प्रशासन दुवारा एनबीए एक्रेडिटेशन माध्यम से असंख्य युवा राज्य सरकार की जनहितकारी शैक्षिक नीतियों का लाभ उठा सकेंगे। जिससे प्रदेश में तकनीकी शिक्षा के प्रति माहौल विकसित होगा अन्य राज्यों के युवा तकनीकी शिक्षा ग्रहण करने के लिए आकर्षित होंगें। इस अवसर पर कुलपति प्रो. एसके सिंह ने विश्वविद्यालय प्रशासन को इस एतिहासिक उपलब्धि के लिए शुभकामनाएं प्रदान की और भविष्य में भी इस प्रकार के नवाचार करने के लिए प्रोत्साहित किया। उन्होंने कहा की समय की मांग के अनुरूप तकनीकी पाठ्यक्रमो का स्तर निर्धारित करना आवश्यक हैं, इन ब्रांचों से पासआउट होने वाले विद्यार्थियों को अधिक से अच्छे और शीघ्र रोजगार के श्रेष्ठतम अवसर प्राप्त होंगे। साथ ही आने वाले समय में विद्यार्थियों में इंजीनियरिंग पाठ्यक्रमो के चयन को लेकर राजस्थान तकनीकी विश्वविद्यालय उनकी और उनके अभिभावकों की प्राथमिकता में शामिल होगा। उन्होंने आशा व्यक्त हैं कि इससे प्रदेश के अन्य इंजीनियरिंग संस्थान भी शीघ्र ही अपने बीटेक प्रोग्राम की गुणवत्ता पर ध्यान देते हुए एनबीए एक्रेडिटेशन हेतु आवेदन करेंगे ताकि प्रदेश में आने वाले समय में और बेहतर तकनीकी मानव संसाधन उपलब्ध हो सकेंगे, परिणामस्वरूप रोजगार के नए अवसर प्राप्त होंगे और राज्य सरकार की लाभकारी नीतियों से विधार्थी लाभान्वित होंगे। विद्यार्थी केंद्रित और उदेश्यात्मक नीतियों के क्रियान्वयन की प्राथमिकता सुनिश्चत करते हुए प्रो.एसके सिंह और उनकी टीम नें कड़ी मेहनत और अथक प्रयासों के अल्प समय में प्रभावी कार्य-योजना बना कर निरंतर असंख्य शैक्षिक उपलब्धियाँ अर्जित की हैं। विश्वविद्यालय की कई विषय विशेषज्ञों और वरिष्ठ प्रोफेसर्स ने इसमें अपना अमूल्य योगदान भी प्रदान किया है।
एनबीए एक्रीडिटेशन होने से विद्यार्थियों को मिलेगी बीटेक पाठ्यक्रम को अंतरराष्ट्रीय मान्यता, विद्यार्थियों के लिए सृजित होंगे रोजगार के नवीन अवसर
देश में तकनीकी शिक्षा का गुणवता का अंतराष्ट्रीय मानक निर्धारण करने वाला एनबीए एक स्वायत्तशाषी संस्थान है जो समय-समय पर तकनीकी संस्थानों तथा पाठ्यक्रमों का मूल्यांकन अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद् द्वारा अनुशंसित मानक तथा मानदंडों के अनुरूप करता है। विश्वविद्यालय ने अपनी रैंकिंग में श्रेष्ठतम प्रदर्शन कर इस उपलब्धि को हासिल किया हैं। राजस्थान तकनीकी विश्विद्यालय के इंजीनियरिंग पाठ्यक्रमों को मान्यता मिलने से विश्वविद्यालय से उत्तीर्ण स्नातकों को खाड़ी देशों, अमेरिका तथा इंग्लैंड सहित अन्य कई देशों के पाठ्यक्रमों के समकक्ष मान्यता मिलेगी। यह मान्यता अंतराष्ट्रीय वाशिंगटन समझौते के अनुरूप है, जिसमें एनबीए भी एक हस्ताक्षरकर्ता है। वाशिंगटन समझौते की अनुपालना के अनुरूप किसी भी विश्वविद्यालय के एनबीए मान्यता प्राप्त पाठ्यक्रमों को अन्य हस्ताक्षरकर्ता देशों में वैश्विक मान्यता हासिल होती है, जिनमें आस्ट्रेलिया, कनाडा, ताइवान, हांगकांग, आयरलैंड, जापान, इंग्लैंड तथा अमेरिका सहित 50 से अधिक देश शामिल हैं जिसमे विद्यार्थी इन देशों में रोजगार के अंतराष्ट्रीय विकल्प प्राप्त होंगे। एक्रेडिटेशन मिलने के साथ ही विश्विद्यालय कई प्रकार के अनुदान ही प्राप्त कर सकेगा जो तकनीकी शिक्षा के प्रचार-प्रसार में सहायक सिद्ध होगा।

कुलपति प्रो. एसके सिंह के अथक प्रयासो और तकनीकी शिक्षा की उन्नति की संकल्पना के साथ आरटीयू के खाते में असंख्य उपलब्धियां दर्ज
कुलपति प्रो.एसके सिंह ने कहा की आरटीयू परिवार के लिए यह गौरव का पल है। तकनीकी शिक्षा के वैश्विक परिदृश्य में संस्थानों की अंतर्राष्ट्रीयकरण रैंकिंग की मांग में वृद्धि हुई हैं। आज प्रवेश लेने वाले विद्यार्थियों दुवारा एनबीए उपलब्धियों को रेखांकित किया जा रहा हैं। बहुराष्ट्रीय कंपनियों और नियोक्ताओं ने आज एनबीए कॉलेजो को अपने प्लेसमेंट की प्राथमिकता में शामिल किया हैं। रैंकिंग की इस विश्वसनीय प्रणाली विधार्थियों के विश्वास की अवधारणा को विकसित किया हैं। नि:संदेह एनबीए एक्रेडिटेशन से राजस्थान तकनीकी विश्वविद्यालय की ख्याति वैश्विक शैक्षिक केंद्र के रूप में विकसित होगी। आज के युग में शैक्षणिक संस्थानों मानदंडीकरण के महत्व में वृद्धि हुई हैं। योग्यता निर्धारण किसी भी शैक्षणिक संस्थान की गुणवत्ता कसौटी होते हैं इसलिये प्रत्यायन महत्वपूर्ण हो जाता है। एनबीए एक्रेडिटेशन द्वारा विश्वविद्यालयों में तकनीकी शिक्षा में उत्कृष्टता को बढ़ावा देना और पहचानना ही मुख्य उदेश्य हैं।

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