संजय कुमार
कोटा, 20 अप्रैल : कोटा बूंदी लोकसभा क्षेत्र से कांग्रेस के उम्मीदवार प्रहलाद गुंजल ने शनिवार को इंदरगढ़, लाखेरी, कापरेन, लाडपुरा विधानसभा क्षेत्र में कई स्थानों पर नुक्कड़ सभा एवं रोड शो कर जनसंपर्क किया। गुंजल ने कहा कि जब बिरला जी से कोटा बूंदी की जनता ने उनके 10 साल के कामों व क्षेत्र की उपलब्धियां के बारे में पूछना शुरू किया तो अपनी निश्चित हार से डरे बिरला जी जो अपने आप को देश का तीसरे नंबर का ताकतवर व्यक्ति समझ रहे थे और भारतीय जनता पार्टी की स्टार प्रचारको की सूची में खुद का नाम जुड़वाने में सफ़ल हो गए थे आज उन्हे ही इस सूची में से ढूंढ कर एक स्टार प्रचारक को कोटा लाना पड़ा गया । गुंजल ने कहा कि जनता इस बार बिरला जी के 10 साल के कर्मों की किताब जांच कर ही वोट देने का मन बना चुकी है उन्होंने कहा कि व्यक्ति जब वोट डालने जाता है तो वह वोट नहीं देता भरोसा देता है और उस भरोसे में 5 साल का तना-बना होता है। 10 साल अपने सपने बिरला जी को सौंप दिए और तब जब वह देश की सबसे ताकतवर कुर्सी पर जाकर बैठ गए कोटा उनकी नजर में रहा ही नहीं तो कोटा वोट क्यों देगा। गुंजल ने कहा कोटा बूंदी में बदलाव की बयार है लोग तय कर चुके हैं कि इस बार बिरला जी को संसद नहीं शक्तिनगर भेजेंगे। कोटा की जनता जवाब मांग रही है क्या हुआ एयरपोर्ट का, क्या हुआ शुगर मिल का, कोटा में आई आई टी, एम्स जैसे संस्थान क्यों नहीं आए, कोटा का औद्योगिक वातावरण क्यों नहीं डेवलप हो सका, क्या हुआ कोचिंग के बारे में जो बिल आपकी उपस्थिति में आया इन सब का जवाब कोटा बूंदी की जनता बिरला जी से मांग रही है।
ओल्ड पेंशन स्कीम पर बोले गुंजल
गुंजल ने कहा कि बिरला जी ओल्ड पेंशन स्कीम के बारे में अपने 10 साल क्या किया इसके बारे में पूरा रेलवे आंदोलित हे। उन्होंने रेलवे कर्मचारियों को भरोसा दिलाते हुए कहा कि मैं रेलवे के कर्मचारियों को भरोसा दे रहा हूं आपके मामले में भारत की संसद गुंजा दूंगा, एक बार भरोसा करके संसद में भेजिए आपके पास अंदाजा नहीं होगा उससे ज्यादा कर्मचारी की, किसान की, जवान की, मजदूर की, बेकार हाथ की पैरवी भारत की संसद में करूंगा मैं वहां मूक दर्शक बनकर उपस्थिति दर्ज करने नहीं जा रहा हूं। 10 साल सत्ता के नशे में मदहोश बिरला जी को गांव, गरीब, किसान, जवान नहीं दिखा क्षेत्र की मूलभूत आवश्यकता नहीं दिखी , दो बार वोट मांगते समय किए अपने वादे याद नहीं रहे। अब क्षेत्र की जनता उनसे 10 साल के कर्मों का हिसाब मांग रही है तो कह रहे हैं एक मौका और दो सब कर दूंगा पर बिरला जी कोटा बूंदी की जनता अब आपके इस बहकावे में आने वाली नहीं है।
अमित शाह भी नही बता पाए कोटा के लिए बिरला जी ने क्या किया
गुंजल ने कहा कि कोटा आए गृहमंत्री अमित शाह भी 10 सालों की सरकार व बिरला जी की कोटा बूंदी की उपलब्धियां को नहीं गिना पाए। उन्होंने वही पुराना राग अलापते हुए मोदी मंदिर के नाम पर ही वोट मांगे। गुंजल ने कहा कि कोटा बूंदी की जनता इस बार काम के नाम पर वोट देगी बिरला जी के पास बताने को कुछ नहीं है।