श्री पिप्पलेश्वर महादेव मंदिर द्वारा श्री भक्तमाल कथा का भव्य आगाज आज से हुआ
संजय कुमार
कोटा, 15 अप्रैल। श्री पिप्पलेश्वर महादेव मंदिर के “षष्ठम प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव (पाटोत्सव) के तहत श्री भक्तमाल कथा का आयोजन सोमवार को किया गया। वृंदावन धाम के प्रख्यात संत चिन्मय दास महाराज जी के मुखारविंद से श्री भक्तमाल कथा को सैकड़ों भक्तों की उपस्थिति में सुनाया गया। समिति अध्यक्ष जागेश्वर सिंह चौहान ने बताया कि 8 दिवसीय भक्ति रस का आयोजन कलश यात्रा से किया गया। प्रतिदिन दोपहर 1 बजे सायं 05 बजे तक मंदिर प्रांगण में 22 अप्रैल तक श्री भक्तमाल कथा का आयोजन किया जाएगा।
ठाकुर जी आते है कथा सुनने
वृंदावन धाम के प्रख्यात संत चिन्मय दास महाराज जी ने श्री भक्तमाल कथा में कहा कि इस कथा को सुनने के लिए भगवान श्री कृष्ण,ठाकुर जी महाराज स्वयं कथा सुनने आते है। उन्होने कहा कि इस कथा में बैठे सभी व्यक्तियों के पास भगवान की कृपा का प्रमाण पत्र है क्योकि जिस पर ठाकुर की कृपा होती है वहीं इस कथा के श्रवण का अधिकारी बन पाता है। उन्होने कहा कि मनुष्य पुरूषार्थ से धन,वैभव,यश व कीर्ति प्राप्त कर सकता है परन्तु पुण्य कर्मों व पूर्वजों के सद्कर्मों से श्री भक्तमाल कथा सुनने का अवसर आता है। इस अवसर चिन्मय दास महाराज जी ने सुरमय होकर गीतों व भजनों के बीच भरत व हनुमान की भक्ति को बताया। उन्होंने कुंती चरित्र की व्याख्या करते हुए कहा कि कुंती का कृष्ण प्रेम निराला था उन्होंने भगवान से विपत्ति की मांग की,क्योकि विपत्ति के समय भक्त के साथ स्वयं ठाकुर जी रहते है। अंत मे बांकेबिहार मंदिर से राजेन्द्र खण्डेलवाल व गिरधरलाल बडेरा, आशीष झंवर,महावीर नायक,जीएल वडेरा,निशांत सिक्का, कुलदीप माहेश्वरी,कोषाध्यक्ष गजेंद्र गुप्ता,प्रवक्ता जोगिंद्र पाल,गौरी शंकर,ओम राठौड़ व प्रवक्ता जोगेंद्र पाल ने महाआरती मे भाग लिया।
कलश यात्रा में श्रद्धा की बयार
मंत्री कुलदीप माहेश्वरी ने बताया कि प्रात:8 बजे कार्यक्रम का आगाज श्री दंड वीर हनुमान मंदिर महावीर नगर तृतीय से कलश यात्रा का निकाली गई। कलश यात्रा मे भक्त व श्रद्धा की बयार साख देखी जा रही थी। एक हजार से अधिक महिलाएं लाल रंग की साडी में सिल पर कलश लेकर दंडवीर हनुमान मंदिर से महादेव के जयकारों के साथ चल रही थी। कलश यात्रा मे बग्गियो में सवार होकर वृंदावन से पधारे संत चिन्मय दास महाराज जी व श्यामाचरण दास जी चल रहे थे। कलश यात्रा मार्ग में लोगों ने फूलों से यात्रा का स्वागत किया। कलश यात्रा की भव्यता को देखने के लिए मार्ग की सड़कों व दुकानों व घरों से लोग बाहर आ गए उन्होने भी भोलेनाथ के जयकारे लाए। कलश यात्रा दंडवीर महादेव मंदिर से घटोत्कच सर्किल होते हुए कलश यात्रा श्री पिप्पलेश्वर महादेव मंदिर पंहुचेगी। कलश यात्रा में उप महापौर पवन मीणा,पूर्व उपमहापौर सुनीता व्यास,संरक्षक रमेश चंद्र शर्मा,पूजा नागरवाल,अनिता अग्रवाल,मधुबाला शर्मा,संतोषी बाई,निक्की सरदार सहित हजारो महिलाएं व अपार जनसमूह मौजूद रहा।