वाल्मिकी समाज ने बाबा उमेशनाथ का पुतला फूंका, समाज की एकता तोड़ने का लगाया आरोप
संजय कुमार
कोटा, 11 अप्रैल।वाल्मिकी समाज कोटा की ओर से राज्यसभा सांसद और बाबा उमेशनाथ का पुतला फूंका गया। इससेे पहले आयोजित एक बैठक में वाल्मिकी समाज की एकता व समाज में फैली भ्रांतियों पर विचार विमर्श किया गया। इस दौरान बाबा उमेशनाथ पर झूठी प्रसिद्धि पाने के लिए ओछे हथकन्डे अपनाने और समाज की एकता को तोड़ने का आरोप लगाया गया। बाबा ने वाल्मिकी जयंति व नवल जयंती पर गलत तरीके से समाज को बांटने का षड्यंत्र किया है। उनके इस कृत्य से वाल्मिकी समाज के लोग बहुत आक्रोशित है। इस वजह से वाल्मिकी समाज के नौजवानों ने सन्त उमेश नाथ के पुतले को वाल्मिकी बस्ती में घुमाकर नयापुरा हरिजन बस्ती में दहन किया। उन्होंने प्रतिज्ञा ली कि यह सन्त रूपी नेता जब जब भी कोटा शहर में आएगा इसको काले झण्डे दिखाए जाएंगे। यह सन्त नहीं नेता है। इन्होंने सन्त का चोला ओढ़कर वाल्मिकी समाज की भावनाओं को आहत करने का काम किया है। जिससे वाल्मिकी समाज बहुत आक्रोशित है। इस अवसर पर अमन सरसिया, सौरभ टांक, सन्नी तम्बोली, निखिल माली, गोलू नकवाल, राकेश ढन्डोरिया, धनराज सारवान, राहुल बैरवा, कबिर बुर्ट, अरविन्द, युवराज सारवान, सुनील चौहान, विनोद जावा, विनोद सनगत, अजय टांक, रिषभ पंवार, अखाडे के उस्ताद बाजू माली, रोहित नकवाल, मोहित आदि सैंकडों की संख्या में उपस्थित रहे।