राजस्थान तकनीकी विश्वविद्यालय में राष्ट्रीय प्रौद्योगिक महोत्सव थार-2024 का हुआ समापन
संजय कुमार
कोटा, 17 मार्च, राजस्थान तकनीकी विश्वविद्यालय, कोटा द्वारा बेहतर शिक्षा के साथ विद्यार्थियों की टेक्निकल और मैनेजमेंट स्किल्स को डवलप करने, तकनीकी शिक्षा के विद्यार्थियों में छिपी प्रतिभा को निखारने और उचित मंच देने के उद्देश्य से 15 से 17 मार्च तक तीन दिवसीय राष्ट्रीय स्तरीय तकनीकी महोत्सव “थार-2024” का आज कुलपति प्रो. एसके सिंह की अध्यक्षता में समापन हुआ।
जनसंपर्क अधिकारी डॉ. एस. डी. पुरोहित ने जानकारी प्रदान करते हुए बताया की आयोजन समिति के डीन फैकल्टी अफेयर्स प्रो. एके द्विवेदी, डीन स्टूडेन्ट वेलफेयर प्रो दिनेश बिड़ला, संयोजक डॉ डीके सम्बरिया एवं सह संयोजक डॉ ब्रजेश त्रिपाठी, डॉ एमएल मीणा, डॉ दीपक भाटिया के निर्देशन में 29 से अधिक आयोजित विभिन्न प्रतियोगिताए में युवाओं में बढ़ चढ़ कर प्रतिभागिता निभाई और अपने कौशल का प्रदर्शन किया।इस अवसर पर प्रो दिनेश बिड़ला ने तीन तक चलने वाले कार्यक्रम का विवरण प्रस्तुत किया एवं संयोजक डॉ डीके सम्बरिया ने धन्यवाद ज्ञापित किया। तीसरे दिवस TGKC Go Kart, रोबोवार, आर सी नाईट्रो, माइंडस्केप रंबल प्रतियोगिता आयोजित हुई। ड्रग नियंत्रक अधिकारी डॉ. संदीप कैली ने व्यसन मुक्ति हेतु छात्रों को ड्रग नियंत्रण के बारे में मार्गदर्शन किया। आयोजनों के अलावा, थार 2024 में कई अतिथि व्याख्यान भी आयोजित किए गए थे, जहां मेहमान छात्रों को सिर्फ प्रेरित ही नहीं किया, बल्कि उन्हें एक बेहतर भविष्य की ओर मार्गदर्शन भी किया। प्रतियोगिता के सभी विजेता प्रतिभागियों को पुरस्कार प्रदान किए गए
समापन समारोह को संबोधित करते हुए कुलपति प्रो.एसके सिंह ने इस उत्कृष्ट कार्यक्रम की सफलता के लिए आयोजन टीम और प्रतिभागियों को शुभकामनाएं प्रदान की। उन्होंने कहा कि इस आयोजन का हिस्सा बनना हम सभी के लिए गर्व का क्षण है। इस आयोजन के दौरान टेक्निकल एक्सपर्टस, टेक्नोक्रेटस और युवाओ ने आपस में चर्चा कर प्रौद्योगिकी के लिए विज्ञान की पहल के लिए एक रोडमैप बनाया हैं। निसंदेह विद्यार्थियों को इस आयोजन से लाभ होगा। इस आयोजन में प्रदेश भर से रिसर्च स्कॉलर, युवा अनुसन्धानकर्ता और नवाचारियो ने वैज्ञानिक प्रगति और नवाचार के मार्ग तलाशने, विषयों की विस्तृत श्रृंखला पर आकर्षक सत्र, इंटरेक्टिव चर्चा और प्रस्तुतियां प्रदान की जो काफी सराहनीय रही हैं।
उन्होंने विद्यार्थियो से आव्हान किया की जीवन के हर पन्ने को हमें अपनी उपलब्धियां से भरना है, जीवन में आगे बढ़ने के लिए कृतज्ञता का भाव, टाईम मैनेजमेंट व सकारात्मक सोच जरूरी है और यही भाव आपको जीवन में सफल बनाएगा है। कड़ी मेहनत ही सफलता का मूल मंत्र है। सफलता का कोई शोर्ट कट नहीं है, कड़ी मेहनत ही सफलता का मूल मंत्र है। उन्होंने में सफलता के मंत्र बताते हुए कहा कि जीवन में पिछे मुडकर कभी नहीं देखना चाहिए, आगे बढने का नाम ही जिंदगी है। हमें परिश्रम के मार्ग पर चलना चाहिए कठिनाई तो आयेगी लेकिन उसके परिणाम सुखद होगे। समय के पाबंद व धैर्यवान बने। जीवन में हमेशा उंचे स्वप्न देखने चाहिए। आप किसी भी क्षेत्र में जाये पूरी निष्ठा एवं ईमानदारी के साथ सफलता न मिलने तक मेहनत करें।
सादर प्रकाशनार्थ,