पूर्वी राजस्थान प्रादेशिक माहेश्वरी सभा द्वारा प्रशिक्षण कार्यशाला ‘गुरुकुल’ का आयोजन
संजय कुमार
कोटा, 17 मार्च । पूर्वी राजस्थान प्रदेशिक माहेश्वरी सभा द्वारा झालावाड़ रोड़ स्थित माहेश्वरी भवन में रविवार को व्यक्तित्व विकास एवं नेतृत्व प्रशिक्षण कार्यशाला गुरुकुल का आयोजन किया गया। प्रदेशाध्यक्ष महेश अजमेरा ने बताया कि पूर्वी राजस्थान प्रादेशिक माहेश्वरी सभा के साथ महिला एवं युवा संगठन के संयुक्त तत्वाधान में कोटा जिला माहेश्वरी सभा,जिला महिला मण्डल व जिला युवा संगठन द्वारा गुरूकुल कार्यशाला का आयोजन किया गया। सचिव आन्नद राठी ने बताया कि कार्यशाला के मुख्य अतिथि सभापति अ.भा.माहेश्वरी महासभा संदीप काबरा,अध्यक्षता उपसभापति पश्चिमांचल अ.भा.माहेश्वरी महासभा राजेश कृष्ण बिरला रहे। इस अवसर पर पूर्वी राजस्थान प्रादेशिक माहेश्वरी युवा संगठन के प्रदेश अध्यक्ष अविनाश अजमेरा सहित सम्पूर्ण कार्यकारिणी को अखिल भारतवर्षीय माहेश्वरी सभा के अर्थमंत्री श्री राजकुमार काल्या ने शपथ ग्रहण करवाई। स्वागत भाषण में माहेश्वरी सभा के प्रदेशाध्यक्ष महेश अजमेरा ने अपने 18 माह के कार्यो का ब्यौरा पेश किया और संगठन की प्रगित रिर्पोट मंच से पेश की। साथ ही महा सभा की 14 फ्लैगशीप योजनाओ पर अपनी आगामी कार्यक्रम की रूपरेखा बतायी। स्वागत भाषण महिला संगठन की अध्यक्ष मंजू भराडिया तथा युवा संगठन के निवर्तमान अध्यक्ष गौरव आगीवाल ने किया। मंच संचालन रितु मुंदडा ने किया।
संगठन की मजबूती का आधार —
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे उपसभापति पश्चिमांचल अ.भा.माहेश्वरी महासभा राजेश कृष्ण बिरला ने कार्यशालाओ पर प्रसन्नता व्यक्ति करते हुए कहा कि इस प्रकार की कार्यशाला संगठन में मजबूती का आधार बनती है। युवाओ को सीखने का मंच मिलता है संगठनों की कमियों को दूर करने विचार—विर्मश होता है। उन्होने नवीन युवा टीम को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि युवा टीम यहां से जो सीख कर जाए उसे संगठन में अमलीजामा पहनाएं। बिरला ने कहा कि प्रदेश में अन्य प्रांतो की अपेक्षा हमारी संख्या कम है,परन्तु संगठन को ताकत व शक्ति देने में हम सबसे आगे है।
रिफोर्म में लिए परर्फोमेंस —
मुख्यअतिथि संदीप काबरा ने अपने उद्बोधन में कहा कि रिफोर्म के लिए सबसे पहले पदाधिकारियों को परर्फोमेंस करने की जरूरत है तभी ट्रांसफोर्म संभव है। उन्होने संगठन के विभिन्न ईकाइयों को समानान्तर नहीं चलकर मिलकर कार्य करने की सीख दी। उन्होने कहा कि माहेश्वरी संगठन एक सामजिक संगठन है हमें प्रोटोकॉल को कम से कम फोलोकर टाईम मेजेन्टमेंट करने की आवश्यकता पर बल दिया।
देश निर्माण में अग्रणी है माहेश्वरी
संदीप काबरा ने कहा कि कि भले ही देश में माहेश्वरी की संख्या सीमित है। हम देश की जनसंख्या में मुठ्ठी भर है परन्तु माहेश्वरी समाज सदियों से देश निर्माण की भूमिका में सक्रिय है। वर्ष 1918 में महासभा ने स्वेदशी आन्दोलन को बल देने के लिए मेन्यूफेच्यूरिंग प्लांट लगाने का प्रस्ताव पारित किया था। उन्होनें कहा कि समय परिवर्तित होने से हमे व्यापार को भी परिवर्तित करने की जरूरत है।
काबरा ने महासभा के महिलाओं और युवाओं के प्रकल्पों को भी मंच से बताया।उन्होने कहा कि महासभा के मिशन 100 आई ए एस के माध्यम से 185 विद्यार्थिओं को सिविल सर्विसेज की तैयारियां करवा रहे हैं।आधुनिकरण के बदलते व्यवासिक चुनौतियों के महासभा के प्लेटफार्म पर 1900 युवाओ को जोड़कर प्रशिक्षण दिया है। गर्भाव्यस्था से शिशु सिखना प्रारंभ करता है। इस हेतु गर्भाव्यस्था से 15 वर्ष के बच्चों के विकास के लिए विशेष कोर्स बनाएं गए है।
कार्यशाला का अर्थ
विशिष्ट अतिथि गोविंद माहेश्वरी ने अपने उद्बोधन में शाला के विभिन्न अर्थो को समझाया। उन्होने पाठशाला ,कार्यशाला तथा गौशाला तक के महत्व व सफलता को मंच से साझा किया।विशिष्ट अतिथि अ.भा.महासभा अर्थमंत्री राजकुमार काल्या ने सम्पर्क पोर्टल व लिंगानुपात भेंद पर अपने विचार प्रकट किए। विशिष्ट अतिथि रमाकांत बाल्दी संयुक्त मंत्री पश्चिमांचल अ.भा.मा.महासभा ने शायरी भरे अंदाज में वरदान को अभिशाप अपनाने वाली पीढी पर कहा कि पहले मां—बाप को पहले की पीढी दौलत मानती थी परन्तु आज की पीढी दौलत को मां—बाप समझ बैठी है।
व्यक्ति विकास एवं नेतृत्व प्रशिक्षण कार्यशाला
श्री माहेश्वरी पंचायत के मंत्री रामचरण धूत ने बताया कि ‘गुरुकुल’ प्रशिक्षण कार्यशाला में पूर्व राष्ट्रीय महिला अध्यक्षा श्री मती आशा माहेश्वरी अ.भा.माहेश्वरी महासभा ने अध्यक्ष व पदाधिकारियों के अधिकार एवं कर्तव्यों की व्याख्या करते हुए कहा कि विस्तार से संगठन में उनके रवैये,भूमिका और स्वभाव व आचरण की व्याख्या की। उपाध्यक्ष पश्चिमांचल अ.भा.महोश्वरी महिला संगठन मधु बाहेती ने श्रृंखलाबद्ध संगठन से जुडने की आवश्यकता व महत्व को बताते हुए संगठन के महत्व व श्रृंखलाबद्ध संगठन की जानकारी दी। श्रीमती शिखा भदादा ने टाइम मैनेजमेंट एंव रिर्पोटिंग के महत्व को बताते हुए कहा कि टाईम को इंवेस्टमेंट मानकर खर्च करने की सलाह दी। सीए अनिश माहेश्वरी ने संगठन में कोषाध्यक्ष की भूमिका के निर्वहन पर बोलते हुए कहा कि कोषाध्यक्ष को अक्उांट,आडिट,बजट व बैंकिग की जरूरत,आवश्यकता व महत्व पर प्रकाश डाला।
यह रहे मौजूद
मंचासीन अतिथियो के साथ श्री प्रदीप लड्ढा, ए बी एम एम संपर्क पोर्टल से संयोजन अशोक माहेश्वरी- अजमेर, जिला अध्यक्ष कोटा , बून्दी, बारा और झालावाड़ क्रमश श्री सुरेशचन्द्र काबरा, चंद्रभानु लाठी, बनवारी माहेश्वरी और बसन्त कासट के अलावा महिला प्रदेश अध्यक्ष मंजू भराड़िया, महिला प्रदेश मंत्री नीलम तापड़िया, समाज मंत्री बिट्टलदास मूंदडा ,महासभा कार्य समिति सदस्य धनश्याम लाठी, कोटा बूंदी बांरा व झालावाड के जिला मंत्री सहित बडी संख्या में संगठन के पदाधिकारी मौजूद रहे।