राजस्थान तकनीकी विश्वविद्यालय में राष्ट्रीय प्रौद्योगिक महोत्सव थार-2024 का हुआ आगाज
संजय कुमार
कोटा, 15 मार्च, राजस्थान तकनीकी विश्वविद्यालय, कोटा द्वारा बेहतर शिक्षा के साथ विद्यार्थियों की टेक्निकल और मैनेजमेंट स्किल्स को डवलप करने, तकनीकी शिक्षा के विद्यार्थियों में छिपी प्रतिभा को निखारने और उचित मंच देने के उद्देश्य से 15 से 17 मार्च तक तीन दिवसीय राष्ट्रीय स्तरीय तकनीकी महोत्सव “थार-2024” का आगाज आज कोटा विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो.नीलिमा सिंह के मुख्य आतिथ्य में हुआ। विशिष्ठ अतिथि राहुल गोयल वाइस प्रेसिडेंट अल्ट्राटेक सीमेंट लिमिटेड थे।मुख्य अतिथि प्रो. नीलिमा सिंह ने विद्यार्थियों को जीवन में कड़ी मेहनत और परिश्रम का संदेश देते हुए कहा कि हर क्षेत्र में सफलता कठोर परिश्रम से हासिल की जा सकती हैं। कामयाबी का दरवाजा पर करने के लिए मेहनत जरुरी है।तकनीकी शिक्षा के विद्यार्थियों जीवन कौशल को निखारने हेतु आरटीयू की यह राष्ट्रीय पहल सराहनीय हैं। विद्यार्थी जीवन में सह-शैक्षणिक गतिविधियों का विशेष महत्व हैं। थार युवाओं के तकनीकी कौशल, ज्ञान-विज्ञान और प्रतिभाओ को विकसित करने का समुचित अवसर प्रदान करते हुए उन्नत भारत के स्वपन को साकार करेगा। हमारे युवा विद्यार्थी देश का भविष्य है थार महोत्सव विद्यार्थियों और स्टार्टअप्स को विश्वस्तरीय मंच प्रदान करेगा। इस तरह के आयोजन से विद्यार्थियों को भविष्य में प्लेसमेंट में भी मदद मिलेगी जो उनके स्वरोजगार में सहायक सिद्ध होगी। तकनीकी शिक्षा के महाकुंभ में प्रतिभागी आईआईटी, एमएनआईटी और संबद्ध इंजीनियरिंग कॉलेजों कुलपति प्रो.नीलिमा सिंह ने शुभकामनाए प्रदान की। इस अवसर पर कुलपति प्रोफेसर एसके सिंह ने सभी प्रतिभागी विद्यार्थियों की टीम को शुभकामनाएं प्रदान की उन्होंने कहा कि नवाचार प्रयोग विद्यार्थियों की उद्यमशीलता वा रचनात्मकता को बढ़ावा देता है।प्रतिस्पर्धा के इस दौर में विद्यार्थियों कुछ अलग हटकर करने की आवश्यकता है। कौशल विकास के साथ विद्यार्थी अपने विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है। नवीतम प्रौद्योगिकी का उपयोग कर हमारा युवा आज आगे बढ़ रहा है। इस प्रकार के आयोजन का उद्देश्य युवाओं के जरिये रचनात्मकता, इनोवेशन के कल्चर को बढ़ावा देना, नवाचार के जरिये देश एवं समाज की समस्याओं का समाधान करना और परंपरागत तरीके से अलग हटकर सोचने की संस्कृति विकसित करना है। आयोजन के प्रथम दिन आयोजन समिति के डीन स्टूडेन्ट वेलफेयर प्रो दिनेश बिड़ला एवं डीन फैकल्टी अफेयर्स प्रो. ए. के. द्विवेदी संयोजक डॉ डीके सम्बरिया एवं सह संयोजक डॉ ब्रजेश त्रिपाठी, डॉ एमएल मीणा, डॉ दीपक भाटिया के निर्देशन में विभिन्न प्रतियोगिताएं आयोजित हुई।
प्रथम दिवस आयोजित हुई विभिन्न प्रतियोगिताए
उत्सव की शुरुआत एक मैराथन के साथ की गई जिसे “हंगर नो मोर फाउंडेशन” द्वारा आयोजित किया गया था। जैसे कि •एयरबोर्न (आरसी विमान प्रतियोगिता) और गेम ऑफ़ ड्रोन्स (क्वाड्रोकॉप्टर प्रतियोगिता) जो एयरोनॉटिकल इंजीनियरिंग क्लब्स द्वारा आयोजित की गई।
•मॉडल यूनाइटेड नेशंस (एमयूएन) जो घटना का प्रमुख आकर्षण था।
•बीजीएमआई गेमिंग इवेंट
•व्यापारी ऑफ़ द इयर जो ऑनलाइन मोड में हुआ था
•द फिन क्वेस्ट और बिजनेस बज़ के साथ बैटल ऑफ बिड्स।
•टीजीकेसी गो कार्ट इवेंट।
•स्ट्रेंथ-ओ-मेनिया, सिस्मोशील्ड चैलेंज और कैडोवेशन, जो सिविल इंजीनियरिंग क्लब्स द्वारा आयोजित किए गए थे।
•टग ऑफ वॉर, रोबोवार और ट्रैक-ओ-मेनिया जो सभी रोबोटिक्स क्लब्स द्वारा आयोजित किए गए थे।
कसाथ-साथ, कई अतिथि व्याख्यान भी आयोजित हुए जिनमें कई विशेष मेहमान थे, जो आए और अपनी विशेषज्ञता के साथ छात्रों को मार्गदर्शन किया। आज के व्याख्यान शामिल हैं:
• डॉ. संदीप हुड्डा, सहायक प्रोफ़ेसर जिन्होंने पर्यावरण समाज और स्थायित्व पर एक व्याख्यान दिया, जिसमें विज्ञान और इंजीनियरिंग के बीच संबंध दिखाया गया।
• योगेश चंदक, ईलिराह के संस्थापक और मुख्य मेंटर, जिन्होंने सकारात्मक सोच और सॉफ्ट स्किल विकास पर एक व्याख्यान दिया।