संजय कुमार
कोटा, 12 मार्च। विश्व व्यापार संगठन के द्वारा आबू धाबी में विगत दिनों आयोजित मंत्रीस्तरीय सम्मेलन में भारत सरकार के द्वारा जिस तरीके से राष्ट्रहित को सर्वोपरि रखते हुए देश के किसानों एवं मछुआरों के हितों की रक्षा की है। उसको लेकर किसानों के सबसे बड़े संगठन भारतीय किसान संघ ने भारत सरकार की सराहना की है।
भारतीय किसान संघ चित्तौड़ प्रान्त के प्रचार प्रमुख आशीष मेहता ने बताया कि मंत्रीस्तरीय सम्मेलन में भारत सरकार के प्रतिनिधि के तौर पर केंद्रीय वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल शामिल हुए थे। जिसमें गोयल ने देश में खाद्यान्न सुरक्षा के लिए पर्याप्त खाद्यान्नों का भंडारण और उसके लिए किसानों से समर्थन मूल्य पर खरीदी करना, मछुआरों के लिए आर्थिक सहायता देने जैसे विषयों पर भारत सरकार के दृढ़ निश्चय को विश्व के समक्ष रखा है। जिसे अन्य देशों का समर्थन मिलना भारत की कूटनीतिक जीत को प्रदर्शित करता है।
प्रदेश मंत्री जगदीश कलमंडा ने कहा कि भारत सरकार के इस निर्णय के साथ देश का सबसे बड़ा किसान संगठन भारतीय किसान संघ है। संघ की मांग रही है कि बाजार के भाव नियंत्रण के साथ साथ आयात निर्यात नीति किसान हितैषी बने। जिसका ध्यान रखते हुए भारत सरकार ने प्याज एवं गैर बासमती चावल के निर्यात पर जारी प्रतिबंधों के बीच बांग्लादेश को पचास हजार टन प्याज, अरब अमीरात को चौदह हजार चार सौ टन प्याज, तंजानिया को तीस हजार टन गैर बासमती तथा जिबूती गिनी बिसाउ देश को अस्सी हजार टन टूटे चावल के निर्यात की अनुमति दी। निर्यात पर प्रतिबंध के बीच में भारत सरकार का यह निर्णय देश के प्याज व गैर बासमती उत्पादक किसानों को आर्थिक सम्बल देने की दिशा में बड़ा कदम है। प्रदेश महिला प्रमुख भारती नागर तथा प्रान्त महिला प्रमुख रजनी धाकड ने कहा कि किसान हितैषी नीति और निर्णयों में भारतीय किसान संघ हमेशा सरकार के साथ है।