संदेशखाली में महिला उत्पीड़न के विरोध में महिला संगठनों ने जिला कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन
संजय कुमार
कोटा, 5 मार्च।पश्चिम बंगाल के संदेशखाली में महिला उत्पीड़न को लेकर मगंलवार को महिला संगठनों की ओर से राष्ट्रपति के नाम जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा गया। भारतीय किसान संघ महिला इकाई, विप्र फाउडेशन जोन ई कोटा महिला प्रकोष्ठ, अंतरराष्ट्रीय मानव अधिकार मंच, राष्ट्रीय मानव अधिकार मंच, तेजस्विनी मंच, लघु उद्योग भारती वुमन सेल, आरोग्य भारती महिला प्रकोष्ठ, सेवा भारती, राष्ट्रीय सेवा समिति की ओर से ज्ञापन दिया गया। संगठनों ने कहा कि राजनीतिक संरक्षण में महिला उत्पीड़न करने वाले मानवता के विरोधी हैं।
महिला संगठनों ने संदेशखाली (पश्चिम बंगाल) में महिलाओं,
बच्चों एवं उनके परिवारों पर हो रहे अमानवीय अत्याचारों एवं हिंसा का विरोध किया। उन्होंने कहा कि राजनीतिक और धार्मिक कारणों से प्रेरित ये कृत्य पश्चिम बंगाल सरकार की नाकामी को उजागर करते हैं। बच्चों और महिलाओं के साथ बर्बरतापूर्वक व्यवहार, यौन उत्पीड़न, मारपीट की अनेक घटनाएं लगातार सामने आ रही हैं। अपराधियों द्वारा गरीबों की जमीन हड़पने के कितने ही मामले लगातार उजागर हो रहे हैं। इन घटनाओं से पश्चिम बंगाल की महिलाओं एवं बच्चों की सुरक्षा की चिंताजनक स्थिति सामने आई है। स्थिति इतनी भयावह है कि कईं दिनों से हो रहे महिला उत्पीड़न की घटनाओं के बाद भी पुलिस ने कोई एफआईआर तक दर्ज नहीं की थी। उनका दुस्साहस इतना था कि ईडी और सीबीआई जैसी केंद्रीय एजेंसियों पर हमला कर देते हैं तो आम जनता के हाल सोचकर ही दुख होता है।
उन्होंने कहा कि राजनैतिक संरक्षण में महिलाओं एवं बच्चों को निशाना बनाना अत्यंत अमानवीय, अपमानजनक एवं पीड़ादायक है। महिला संगठनों ने कहा कि पश्चिम बंगाल में हो रहे इन कृत्यों के लिए दोषियों पर तुरंत कार्रवाई की जाए। सभी दोषियों के खिलाफ मुकदमें दर्ज करके फास्ट ट्रेक कोर्ट में केस चलाकर शीघ्र न्याय सुनिश्चित किया जाए। सभी पीड़ित महिलाओं, बच्चों एवं परिवारों को सुरक्षा एवं आर्थिक सहायता तुरंत प्रदान की जाए। केंद्रीय गृह मंत्रालय तुरंत ही इन सभी घटनाओं का संज्ञान लेकर संवैधानिक कार्रवाई करे। उन्होंने राष्ट्रीय महिला आयोग, राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग, राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग द्वारा हस्तक्षेप करने का स्वागत भी किया।
प्रतिनिधिमंडल में डॉ. नीलप्रभा, श्वेता जैन, रजनी धाकड़, रमा शर्मा, दीपिका सोनी, एडवोकेट कल्पना शर्मा, गिरिजा सुमन, कीर्ति टंडन, सूरजकांता तिवारी, डॉ. इंदुबाला, पल्लवी न्याति, डॉ. अनुपमा चतुर्वेदी, स्नेहलता मालव, विदिशा गुप्ता, चेतना नामा, सोनू गुप्ता, करुणा तिवारी, सोन शर्मा समेत कई महिलाएं उपस्थित रहीं।