शिविका विशेष विद्यालय का वार्षिकोत्सव,दिव्यांग बच्चों ने दिखाया उत्साह,16 बच्चो किया स्वालम्बन राशि से किया प्रोत्साहित
संजय कुमार
कोटा, 24 फरवरी। शिविका विशेष विद्यालय ने अपने वार्षिक उत्सव का आयोजन शनिवार को रोटरी क्लब कोटा में किया गया। इस मौके पर दिव्यांग बच्चों ने अपनी अनूठी प्रतिभा और उत्साह से सभी का ध्यान आकर्षित किया। उत्सव में विभिन्न कला क्षेत्रों में आयोजित मंचन में अपनी क्षमता का प्रदर्शन किया। शिविका विद्यालय की संस्थापिका अंजू अग्रवाल ने बताया कि यह 38वां स्थापना समारोह है। विद्यालय में 53 बच्चे अध्ययनरत है। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि दीएसएसआई के संस्थापक अध्यक्ष गोविंद राम मित्तल,अध्यक्षता जी डी पटेल, विशिष्ट अतिथि रोटरी क्लब के अध्यक्ष प्रितम गोस्वामी व निर्वाचित अध्यक्ष मुकेश व्यास रहे। इस अवसर शिविका बत्ती बनाने वाले 7 बच्चों को 1हजार रुपये प्रति माह की घोषणा भी की गई। कार्यक्रम में कुल 16 बच्चो को प्रोत्साहत राशि देने की घोषणा की गई।
कार्यक्रम में समाज कल्याण विभाग की जॉइंट डायरेक्ट सविता कृष्णिया, प्रज्ञा मेहता, डा राकेश चंद अग्रवाल,राकेश अग्रवाल,दर्पण जैन,जितेंद्र गोयल,वीरेन्द्र पाण्ड्य, नितिन अग्रवाल,सुनीता काबरा सहित कई लोग उपस्तिथ रहे।
दिव्यांग बच्चों ने बांधा समां
प्रार्चाय संगीता सक्सेना ने बताया कि पेरोडी सांग पर बच्चो ने अपनी नृत्य प्रस्तृति दी। सिया के राम,केसरी के लाल और भगवा लहरायेंगे गीतों को सुनाकर बच्चो ने सभी को तालियां बजाने पर मजबूर कर दिया। कार्यक्रम का शुभारंभ सरस्वती वंदना से हुआ। इसके उपरान्त ‘डमरू बजाया बोले नाथ ’ने गीत को मंच से सुनाया गया। बच्चों ने बॉलीवुड थीम पर सोलो व ग्रुप डांस भी किए। उनकी अभिनय व नृत्य कला को सभी ने सरहाया और करतल ध्वनि से अपनी शुभकामनाएं प्रेषित की। दिव्यांग योगेश ने भक्तिभाव से हनुमान चालिसा का पाठ किया। ग्रुप डांस में बच्चों ने देश भक्ति के तराने भी छेडे।
देश का भविष्य
मुख्य अतिथि गोविंद राम मित्तल ने अपने कहा कि समाज में सम्मान, समर्थन, और अवसरों का सही हिस्सा बनाकर दिव्यांग बच्चो को देश के भविष्य बनाया जा सकता है। गीता ट्रस्ट के अध्यक्ष जीडी पटेल ने कहा कि दिव्यांग बच्चों को समर्पित बनाने और उन्हें समाज में सम्मानपूर्ण स्थान पर पहुंचाने के लिए उन्हें अवसर प्रदान करने की बात कही। प्रितम गोस्वामी व मुकेश व्यास ने केयर व शेयरिंग की बात कह कर कहा कि 38 वर्ष से दिव्यांग बच्चों की सेवा करने वाली अंजू अग्रवाल सेवा व साहस को बताया और मेहनत करने वाले टीचर की हौसला अफजाई भी की। व्यास ने समाजिक समरसता की दिशा में कदम बढ़ाने के लिए दिव्यांगो को उनकी प्रतिभा के अनुसार अवसर देने की बात कही। जब यह बच्चे समाज में सम्मानित और समर्थ होते हैं, तो वे भविष्य में जिम्मेदार नागरिक बनकर अपनी महत्वपूर्ण भूमिकाओं को निभा सकते हैं।
स्वलम्बन के बने साथी
ट्रस्टी प्रभा मेहता ने मंच से बच्चो को सहयोग व समर्थन देने के लिए उनके स्वलम्बन के साथी बनने की बात कही। मेहता ने कहा कि इस विद्यालय के बच्चों द्वारा घरों की सजावत हेतु बंधनवार,दीये,बत्तियां व डेकोरेशन उत्पाद बनाए जाते है। जिन उत्पादों को बेच कर इस धनराशि का उपयोग बच्चो के शिक्षण व्यवस्था में खर्च किया जाता है। यह विद्यायल बिना किसी ट्यूशन फीस के माध्यम से चलता है।