कोटा—बूंदी दुग्ध उत्पादक सहकारी संघ लिमिटेड, कोटा की आमसभा सम्पन्न, 4 वर्षों की आमसभा आयोजित, सक्रिय समितियों को किया सम्मानित
संजय कुमार चौबीसा
कोटा, 21 दिसम्बर। कोटा—बूंदी दुग्ध उत्पादक सहकारी संघ लिमिटेड़,कोटा की 25वींआम सभा यूआईटी ओडीटोरियम में गुरूवार को आयोजित की गई। आमसभा में कोटा—बूंदी जीएसएस के अध्यक्ष व सचिव उपस्थित हुए। उन्होने अपनी मांगे व सुझाव पटल पर रखे जिसका समाधान अध्यक्ष चैन सिंह राठौड़ ने मंच से किया। वर्ष 2019—20,20—21,21—22 व 2022—23 चार वर्षों की आमसभा में समिति के पदाधिकारियों ने सुबह से पहुंचाना प्रारंभ किया कोटा—बूंदी की 600 सेअधिक दुग्ध उत्पादक सहकारी समिति के अध्यक्ष व सचिव आमसभा में पहुंचे। आमसभा में समय पर दुग्ध,गुणवत्तापूर्ण व अधिक दूध देने वाली 6 समितियों को सम्मानित भी किया गया। आमसभा में मुख्यअतिथि कोटा उपभोक्ता होलसेल भण्डार के अध्यक्ष हरिकृष्ण बिरला रहे। डेयरी अध्यक्ष चैन सिंह राठौड़ ने अध्यक्षता की तथा विशिष्ट अतिथि कोटा मार्केटिंग सोसायटी अध्यक्ष निहाल सिंह ,प्रबंध संचालक प्रमोद चारण,जयपुर से आए आरसीडीएफ के रविन्द्र योगी,मुख्य कार्यकारी अधिकारी जिला परिषद कोटा ममता तिवारी व बोर्ड सदस्य मंचासीन रहे।
पशुपालक को मिले उचित दाम
मुख्य अतिथि हरि कृष्ण बिरला ने बोर्ड व संचालक मण्डल से आग्रह किया कि वह किसानो और पशुपालको को हर योजना का अधिकतम लाभ दिलवायें और दुग्ध समितियों के अध्यक्षों को नसीहत दी वह प्राईवेट पार्टी से दूध लेकर सप्लाई न करे इससे समितियों को नुकसान होता है और डेयरी को लाभ नहीं मिलता है। उन्होने कहा कि सरस डेयरी आप की डेयरी है इसकी सफलता व विफलता आपके हाथों में है। डेयरी में हुए लाभ का फायदा आपको स्वत:प्राप्त होगा।
मैं भी डेयरी संचालक
हरिकृष्ण बिरला ने भावुक होते हुए पशुपालकों को कहा कि वह भी डेयरी का संचालन करते है,गौमाता की सेवा करना,चारा व्यवस्था करना,सुबह जल्द उठकर दूध निकालना खाद व गोबर सहित कई व्यवस्थाओं को पूरा करना चुनौतियों से कम नहीं होता है ऐसे में सरस डेयरी को पशुपालकों के हितों के लिए सजग रहना चाहिए।
घाटे को बदला मुनाफें में
अध्यक्ष चैनसिंह राठौड़ ने अपनी प्रतिवेदन में कहा कि अप्रैल माह में संचालन संभालते वक्त वर्ष 2022—23 मे 32.69 लाख रूपये का हानि थी अप्रैल 2023 में कार्यभार संभालने के बाद संघ को नवम्बर 2023 तक 82.86 लाख रूपये का लाभ हो गया है। उन्होने बताया कि पंजीकृत समितियों व समिति की सदस्यता में बढोतरी हुई है। औसत दूध का संग्रह 74388 किलो प्रतिग्राम से बढकर 75790 किलो प्रतिग्राम तक बढ गया है।सीड ब्रिकी 714.15 मैट्रिक टन से बढकर 853.72 मैट्रिक टन हो गई है। वही छाछ,लस्सी व अन्य उत्पाद में भी तुलनात्क वृद्धि दर्ज की गई है।
प्रगति के रथ पर डेयरी
25वीं आमसभा में राठौड़ ने पशुपालको को आश्वासन देते हुए कहा कि डेयरी आप के सहयोग से प्रगति के रथ पर है आपके विलम्ब भुगतानों को जल्द पुरा किया जाएगा।किसी भी समिति के भुगतान में एक माह से अधिक का समय नहीं लगेगा। उन्होने बताया कि 2022—23 में दुग्ध उत्पादकों को 754 किलो फैट की औसत दर भुगतान किया गया जो डेयरी इतिहास में सर्वाधिक है। वर्ष 2023 नवम्बर तक दुग्ध संकलन पिछले वर्षो की तुलना में 35 प्रतिशत अधिक रहा। वर्ष 2019—20 में 39,2020—21 में 17,2021—22 में 43 व 2022—23 में 36 समितियां बनी थी। नवम्बर 2023 तक कोटा एवं बूंदी में 946 दुग्ध उत्पादक सहकारी समितियां पंजीकृत है जिनमें से 42998 दुग्ध उत्पादक सदस्य है। संघ ने कोटा संभाग में गोट पोक्स वैक्सीन के 496320 टीके पशु पालन विभाग को उपलब्ध करवाए है। ग्रामीण आंचलों 6 पशु आहार डिपो भी खोले है। उन्होने बताया कि संघ के छाछ, श्रीखण्ड, पनीर, मावा, फ्लेवर्ड मिल्कइ इत्यादि की ब्रिकी में वृद्धि भी दर्ज की जा रही है।
प्रगति रिपोर्ट व बजट अनुमोदन
प्रबंध संचालक प्रमोद चारण ने अपने स्वागत भाषण में दुग्ध उत्पादको को डेयरी कि विभिन्न योजनाओ ओर प्रगति की रिपोर्ट पढ़कर सुनाई और बजट एवं संशोधित बजट वर्ष 2022—23 तथा बजट प्रावधान 2023—24 को आम सभा के समक्ष रख अनुमोदित करवाया।संघ की लाभ स्थिति में लाभांश का वितरण भी किया जाएगा।
इन समितियों को किया सम्मानित
समय पर दुग्ध उपलब्ध करवाने,सर्वाधिक व उच्च गुणवत्ता व अनुशासन पूर्ण व्यवहार करने वाली 6 दुग्ध उत्पादक समितियों को मंच पर सम्मानित किया गया उनके अध्यक्ष को माला व मोमेंटो भेंट किया। 3 महिला समिति रंगपुरराज, तरकास्या, खटरा का झोपडा तथा सामान्य समिति महावीरपुरा,गोयन्का व मगनपुरा को आम सभा में सम्मानित किया गया।