लेखराज शर्मा 2 दिसंबर 2023
राजस्थान में विधानसभा चुनावों के बाद अब अंतिम दिन की घड़ी ईवीएम मशीनों के द्वार तक पहुंच चुकी है। यहां लाखों लोगो की नजरे सिर्फ 3 दिसंबर का इंतजार कर रही है,25 दिसंबर को राजस्थान में मतदाताओं ने लोकतंत्र का महोत्सव हर्षोल्लास पूर्वक मनाया तो मतदाताओं ने अपने क्षेत्र के विधायक पद पर किसे बिठाना है इसका भी चयन जनता ने कर लिया है,बस सिर्फ एक दिन कि दुरी के बाद राजस्थान में साफ हो जाएगा की कांग्रेस की सरकार आएगी या भाजपा की। हालाकि पिछला इतिहास उठा कर देखे तो राजथान में रिवाज रहा हे की अंता विधानसभा में जिस पार्टी की सीट निकलती है उसी की सरकार बनती आई है और अंता से मंत्री के ताज का पद भी विजय प्रत्याक्षी को मिला है।
*अंता विधानसभा में कांग्रेस – भाजपा में सीधी टक्कर*
राजस्थान की हॉट सीट व टॉप टेन में शामिल अंता विधानसभा में कांग्रेस प्रत्याशी प्रमोद जैन भाया और भाजपा प्रत्याशी कंवरलाल मीणा में बराबरी की टक्कर मानी जा रही है।ऐसा इसलिए क्योंकि इस सीट से जो विजय होता है उसी की सरकार बनती हैं और मंत्री बनता है।अगर भाया का इतिहास उठा कर देखे तो सन 2003 में भाया विधायक के तौर पर प्रथम निर्दलीय चुनाव लडे और विजय होकर कांग्रेस को समर्थन दिया।इसके बाद 2008 में फिर कांग्रेस से भाया और भाजपा से पूर्व मंत्री रहे स्वर्गीय रघुवीर सिंह कौशल चुनाव लडे जिसमें फिर भाया विधायक बने।वही 2013 में कांग्रेस से फिर भाया और भाजपा से प्रभुलाल सैनी के बीच सीधी टक्कर हुई, उस समय भाजपा ने स्टार प्रचारक पीएम नरेंद्र मोदी को भी अंता बुलाया, जिसमे भाजपा विजय हुई और मंत्री पद मिला।2018 में कांग्रेस ने फिर से भाया पर विश्वास जताया और कांग्रेस से टिकिट दिया तो वही भाजपा ने सैनी पर फिर विश्वास जताते हुए टिकिट दिया जिसमे भाजपा ने योगी आदित्यनाथ को अंता बुलाया था अंत में सैनी को भाया से करारी हार का सामना करना पड़ा।वही अब 2023 के चुनाव में कांग्रेस ने बड़े मंथन के बाद एक बार फिर भाया पर विश्वास जताया और कांग्रेस से टिकिट दिया तो भाजपा ने इस बार गेम चेंज करते हुए मनोहरथाना से पूर्व विधायक रहे ओर मैडम के खास खेमे में शुमार रहे कंवरलाल मीणा को अंता सीट से टिकिट दिया है और चुनावो के अंतिम दिन पीएम मोदी ने जनसभा को संबोधित किया ।
*कल चप्पे चप्पे पर प्रशासन की रहेगी नजर*
कल रविवार को बारां बॉयज पीजी कॉलेज भवन में मतगणना शुरू होगी,इसके लिए मतगणना स्थल से 100 मीटर में वाहनों के आवागमन पर रोक रहेगी।मुख्यद्वार पर प्रेवश करने से पूर्व सघनता से जांच की जाएगी,उसी के बाद अंदर प्रवेश किया जाएगा।साथ ही मुख्य द्वार पर सुरक्षा की दृष्टि से सीमा सुरक्षा बल,पुलिस जवान सहित कई अन्य अधिकारी ईवीएम मशीनों की सुरक्षा में लगे हुए हैं।वही जिले में 3 दिसंबर को सुखा दिवस घोषित किया गया।